सरगुजा : जिले में मुर्गी का साबुत चूजा निगलने से युवक की मौत होने के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि मृतक किसी महिला बैगा के फेर में फंसा हुआ था और झांड फूंक, पूजा पाठ करा रहा था. और उसी की वजह से वह परिवार वालों को बगैर बताएं 200 ग्राम वजनी मुर्गी का चूजा खरीद कर बाजार से लाया और उसे जिंदा निगल गया जिससे उसकी मौत हो गई.
दरअसल पूरा मामला दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम छिंदाकालों का है जहां 35 वर्षीय आनंद कुमार यादव की 14 दिसंबर को रहस्यमय ढंग से मौत हुई थी. इधर पोस्टमार्टम के दौरान यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि मृतक ने मुर्गी का सबूत चूजा निकालने की कोशिश की जिससे उसकी मौत हो गई. मृतक के भतीजे कोलता राम ने बताया कि घटना दिवस को चाचा आनंद यादव उसे मोटरसाइकिल से पेट्रोल लेने ले गए थे. वापस लौटते समय एक घर से चाचा ने 200 ग्राम वजनी मुर्गी का चूजा भी खरीदा था. भतीजे ने बताया कि जब उन्होंने चाचा से पूछा की इतने छोटे मुर्गे में क्या होगा तो चाचा ने कहा था कि मुझे जरूरी काम है. घर पहुंचने के बाद उसने चूजा को एक पात्र से ढंक कर रख दिया था. इसके थोड़ी देर बाद चाचा आनंद यादव नहाने के लिए चले गए और कुछ देर बाद छटपटाते हुए इधर- उधर भागते नजर आए. इस दौरान चाचा बदहवाश थे जिससे ऐसा लगा मानों वे दिमागी रूप से बीमार हो गए हो. इसके कुछ देर बाद चाचा बेहोश हो गए.
उन्हें मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में लेकर पहुंचे तो चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिजनों के मुताबिक विवाह के 19 वर्षों तक मृतक आनंद यादव निःसंतान था. जिससे वह बाहरी बीमारी के संदेह में एक महिला बैगा से झाडफूक पूजा पाठ करवा रहा था. चार माह पूर्व उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी जिससे परिवार में खुशी का माहौल था और सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार जस्न भी बनाया गया. मगर परिजनों का यह भी कहना है कि मृतक आनंद के चूजा सेवन के पीछे क्या रहस्य उन्हें नहीं पता.