छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में सड़क हादसे में 2 युवकों की मौत हो गई। एक युवक अटेंडर बनकर दोनों के शवों को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जा रहा था। लेकिन रास्ते में वह भी गायब हो गया। कुछ देर बाद युवक घायल अवस्था में सड़क किनारे मिला। इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने शनिवार को थाने का घेराव किया और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
यह घटना धर्मजयगढ़ थाना क्षेत्र की है। जानकारी के अनुसार, खम्हार निवासी आशीष राठिया अपने साथी सरोज भोय के साथ धर्मजयगढ़ से दशहरा देखकर देर रात बाइक से वापस लौट रहा था। रात लगभग 1 बजे नकना और खम्हार के बीच सड़क किनारे खड़े ट्रक से उनकी बाइक जा टकराई। बाइक सरोज भोय चला रहा था और आशीष राठिया पीछे बैठा था।
इस हादसे में दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे। इसी दौरान गांव का ही नरेश कुमार राठिया वहां आया और अटेंडर बनकर दोनों शवों को संजीवनी 108 एम्बुलेंस के माध्यम से धर्मजयगढ़ सिविल अस्पताल ले जाने लगा। लेकिन जब एम्बुलेंस अस्पताल पहुंची, तो उसमें केवल दोनों मृतकों के शव ही थे।
डायल 112 की टीम युवक को पहुंचाया अस्पताल
अटेंडर नरेश कुमार राठिया उसमें मौजूद नहीं था। करीब 20 मिनट बाद नरेश कुमार राठिया को घायल अवस्था में डायल 112 की टीम ने भंवरखोल के पास मुख्य मार्ग के किनारे से उठाकर धर्मजयगढ़ सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। जैसे ही ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली, वे बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और हंगामा करने लगे।
समझाइश के बाद माने ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना था कि जो युवक मृतकों के साथ एम्बुलेंस में गया था, वह अस्पताल पहुंचने से पहले मुख्य सड़क पर घायल अवस्था में कैसे मिला? इसी को लेकर ग्रामीणों ने आज सुबह धर्मजयगढ़ थाना का घेराव किया और युवक की मौत को संदिग्ध बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद ग्रामीणों को समझाइश दे रहे हैं। तब जाकर मामला शांत हुआ।
दोनों ओर से खुलता है एम्बुलेंस का दरवाजा अंदर-बाहर
डायल 112 में मौजूद एएसआई एसके वर्मा ने बताया कि नरेश कुमार राठिया को घायल अवस्था में भंवरखोल के पास मुख्य मार्ग के किनारे पड़ा पाया गया था। उसे तत्काल अस्पताल लाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
थाना प्रभारी सीताराम ध्रुव ने बताया कि मृतक नरेश एम्बुलेंस में अटेंडर के रूप में सवार था। एम्बुलेंस का दरवाजा अंदर-बाहर दोनों ओर से खुलता है। ऐसे में संभावना है कि वह चलती एम्बुलेंस से गिर गया हो, या कोई और कारण हो सकता है। ग्रामीण इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे थे, जिन्हें जांच का आश्वासन दिया गया है।