चलती ट्रेन से गिरा युवक, डॉक्टर ने बचाई जान – पेश की इंसानियत की मिसाल

दमोह : स्लिमनाबाद रेलवे फाटक के पास एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई, जहां एक युवक चलती ट्रेन से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया. सिर में गहरे घाव और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण युवक बेहोशी की हालत में था. लेकिन इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवम दुबे ने न सिर्फ उसकी जान बचाई, बल्कि उसे उसके घर तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था भी की. 

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घायल युवक को रेलवे कर्मचारियों और एंबुलेंस की मदद से पहुंचाया अस्पताल

घटना स्लिमनाबाद रेलवे फाटक के पास हुई, जहां लगभग 34 वर्षीय युवक चलती ट्रेन से गिर गया। रेलवे कर्मचारियों ने जब युवक को लहूलुहान हालत में देखा, तो तुरंत 108 एंबुलेंस की सहायता से उसे स्लीमनाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. वहां मौजूद चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवम दुबे ने तुरंत उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उपचार शुरू कर दिया.

5 घंटे के संघर्ष के बाद डॉक्टर ने बचाई जान

जब घायल युवक अस्पताल पहुंचा, तब वह बेहोशी की हालत में था. सिर पर गहरी चोटों के कारण खून लगातार बह रहा था, जिससे उसकी हालत बेहद नाजुक हो गई थी. लेकिन डॉ. शिवम दुबे और उनकी टीम ने बिना देरी किए उपचार शुरू कर दिया. लगातार 5 घंटे तक चले इलाज के बाद युवक को होश आया, जिससे डॉक्टर और स्टाफ ने राहत की सांस ली.

युवक ने बताई अपनी आपबीती, बिहार जा रहा था सिकंदर

होश में आने के बाद युवक ने अपना नाम सिकंदर बताया. उसने बताया कि वह मुंबई से बिहार जा रहा था और सफर के दौरान किसी कारणवश ट्रेन से गिर गया.

डॉ. दुबे ने युवक को प्राथमिक उपचार देने के बाद खाना खिलाया और फिर उससे उसके घरवालों की जानकारी ली. कई प्रयासों के बाद उन्होंने किसी तरह सिकंदर के परिवार का नंबर जुटाया और उनसे संपर्क किया. उन्होंने परिवार को घटना की पूरी जानकारी दी और उन्हें आश्वस्त किया कि सिकंदर अब सुरक्षित है.

डॉक्टर ने खुद किया घर भेजने का इंतजाम

युवक की हालत में सुधार आने के बाद डॉ. शिवम दुबे ने यह सुनिश्चित किया कि वह सुरक्षित अपने घर पहुंचे. उन्होंने बिहार जाने वाली ट्रेन में उसके टिकट की व्यवस्था की, साथ ही रास्ते के खर्च के लिए कुछ पैसे और खाने-पीने का सामान भी दिया.

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