चंदौली : अलीनगर थाना क्षेत्र के सरने गांव में 27 वर्षीय आंशु विश्वकर्मा की रहस्यमयी हत्या ने इलाके में सनसनी मचा दी है.रविवार रात नदेसर पुल के पास उसका शव लावारिस हालत में पुलिस को मिला.मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले को सड़क हादसा बताकर दबाने की कोशिश की और शव की सूचना दिए बिना पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया.
सुबह खबर फैलते ही ग्रामीण उग्र हो उठे और नियामताबाद के पास घंटों तक चक्का जाम कर प्रदर्शन किया.प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस हत्या की सच्चाई छिपा रही है.आशीष तिवारी ने कहा, “पुलिस हत्या को एक्सीडेंट दिखाकर मामले को दबा रही है.”
आंशु एक मेहनती युवक थे, माता-पिता का इकलौता बेटा और दो बच्चों के पिता थे.उनकी हत्या ने परिवार पर दुखों का पहाड़ डाल दिया है.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन की लापरवाही से हत्यारों को बचाने की कोशिश की जा रही है.उन्होंने हत्यारों की गिरफ्तारी, मामले की फॉरेंसिक जांच और परिवार के लिए मुआवज़ा व भरण-पोषण सुनिश्चित करने की मांग की है.
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई में देरी हुई तो उनका आंदोलन और उग्र होगा.इस घटना ने पुलिस और प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल खड़ा कर दिया है और इलाके में सुरक्षा व न्याय व्यवस्था पर जनता के भरोसे को हिला दिया है.