Vayam Bharat

डीडीयू रेलवे स्टेशन पर 25.30 लाख रुपये के साथ युवक गिरफ्तार, इनकम टैक्स की टीम जांच में जुटी

 

Advertisement

चंदौली : डीडीयू रेलवे स्टेशन पर जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) ने दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर चेकिंग अभियान के दौरान प्लेटफार्म नंबर 1/2 के फुट ओवरब्रिज पर एक युवक को संदिग्ध परिस्थितियों में गिरफ्तार किया गया. युवक के पास से ₹25 लाख 30 हजार की नगदी बरामद की गई.

जिसके वैध दस्तावेज वह प्रस्तुत नहीं कर सका. मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी ने इसकी सूचना इनकम टैक्स विभाग को दी, जो अब इस मामले की जांच कर रहा है. जीआरपी द्वारा नियमित चेकिंग अभियान के दौरान प्लेटफार्म पर एक युवक संदिग्ध रूप से घूमता पाया गया.

जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके बैग से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई. पूछताछ में युवक ने अपना नाम आलोक कुमार दूबे (निवासी शारदा पार्क ब्लॉक, शिवरामपुर, वेस्ट बंगाल) बताया। उसने दावा किया कि यह रकम उसके पिता के एक दोस्त ने उसे दी थी और इसे वाराणसी से वेस्ट बंगाल ले जाने को कहा था.

गिरफ्तार युवक ने बताया कि उसे यह रकम वाराणसी में किसी को सौंपनी थी. हालांकि, वह बरामद नकदी के संबंध में कोई संतोषजनक दस्तावेज नहीं दिखा सका. जीआरपी ने मौके पर ही इनकम टैक्स विभाग को बुलाया।दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर सोना-चांदी, हथियार, रेशम और नकदी की तस्करी का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है.

इस रूट को तस्करों के लिए एक सुरक्षित ट्रांजिट ज़ोन माना जा रहा है। हालिया घटना से यह स्पष्ट है कि नकदी की तस्करी के लिए भी इस रूट का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है. जीआरपी के सीओ कुंवर प्रभात ने बताया कि युवक से पूछताछ में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला और मौके पर वह नकदी के संबंध में कोई वैध कागजात नहीं दिखा सका. इस मामले की जानकारी तुरंत इनकम टैक्स विभाग को दी गई.

अब इनकम टैक्स की टीम युवक से विस्तृत पूछताछ कर रही है।सीओ जीआरपी ने बताया, युवक के पास से ₹25.30 लाख की नकदी बरामद हुई, लेकिन इसके लिए वह कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका. मामले की सूचना इनकम टैक्स विभाग को दी गई है, जो आगे की कार्रवाई करेगा.

इस घटना ने रेलवे स्टेशन पर तस्करी और अवैध लेनदेन को लेकर सवाल खड़े किए हैं। जीआरपी ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए चेकिंग अभियान और अधिक सख्त करने का आश्वासन दिया है.आगे की जांच इनकम टैक्स विभाग द्वारा की जाएगी, जिससे यह पता चल सके कि नकदी का स्रोत और इसका उपयोग कहां होना था.

Advertisements