यूनीक आइडेंटिफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) की तरफ से जानकारी दी गई है कि देशभर के करीब 17 करोड़ छात्रों का अनिवार्य बायोमेट्रिक्स अपडेट नहीं हुआ है. सभी छात्रों का बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए सभी राज्यों के सचिवों को पत्र लिखा गया है. स्कूलों में शिविर लगाकर अपडेट करवाने के लिए सहयोग मांगा है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भी अपने यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस (यूडीआईएसई प्लस) पर इस संबंध मे जानकारी अपलोड कर दी है, ताकि सभी जिला अधिकारियों और प्रिंसिपल को उनके स्कूल में कितने छात्रों का बायोमेट्रिक अपडेट नहीं हुआ है, उसकी रियल टाइम जानकारी मिल सके.
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के CEO भुवनेश कुमार ने भी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के सभी मुख्य सचिवों को इस संबंध में पत्र लिखा है. इसमें इन छात्रों के बायोमेट्रिक अपडेट करवाने के लिए सहयोग मांगा है.
17 करोड़ बच्चों को नहीं हुआ अपडेशन
देशभर में 17 करोड़ ऐसे बच्चे हैं, जिनका आधार तो बन गया है पर आज तक उनमें बायोमेट्रिक अपडेट नहीं हो पाई है. दरअसल जब बच्चों का जन्म होता है तो उनके माता- पिता के आधार पर ही उनका भी आधार बन जाता है. हालांकि बाद में समय के साथ इसे अपडेट कराना होता है. यूआईडीएआई की तरफ से बताया गया कि पांच साल की उम्र में और फिर 15 साल की उम्र में बच्चों के लिए आधार बायोमेट्रिक अपडेशन समय पर पूरा करना जरूरी है. देश में ऐसे 17 करोड़ बच्चे हैं जिन्होंने अब तक बायोमेट्रिक अपडेशन नहीं कराया है.
स्कूलों में होगा बच्चों का अपडेशन?
यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से पत्र लिखकर सभी राज्यों से इस काम को कराने की अपील की गई है. इसके साथ ही सरल सुझाव दिया है कि से अपडेशन का काम स्कूलों में आसानी से हो सकता है. इसीलिए ऐसा तय है कि आने वाले दिनों में बच्चों का आधार बायोमेट्रिक अपडेशन स्कूलों में ही किया जाएगा.