उत्तर प्रदेश में सरकारी विद्यालयों के बंद करने के खबरों को लेकर आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, प्रदर्शन कर रहे लोगों ने 26 हजार स्कूलों को बंद कर दिया गया है जबकि 27 हजार स्कूलों को बंद करने की सूचना मीडिया के माध्यम से मिली है.
वाराणसी के आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष ई. रमा शंकर सिंह पटेल जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सरकारी विद्यालयों को बंद करने को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन का संचालन प्रो. अखिलेश पांडे जिला महासचिव ने किया. ई. रमाशंकर सिंह पटेल जिलाध्यक्ष ने कहा है कि, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों को लेकर हाल ही में मीडिया में आई खबरों के अनुसार 27,000 सरकारी स्कूलों को बंद करने की योजना बनाई गई है. यह प्रदेश सरकार द्वारा 2020 तक बंद किए गए 26,000 स्कूलों के बाद अब एक नया कदम है. सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश न केवल सरकार की नीतियों को संदिग्ध बनाता है बल्कि यह सीधे तौर पर गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्च्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है.
प्रो. अखिलेश पांडे जिला महासचिव आप वाराणसी में कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा जानबूझकर सरकारी विद्यालयों के पास निजी विद्यालयों को मान्यता देने और उन्हें खोलने की नीति अपनाई जा रही है, ताकि सरकारी विद्यालयों में छात्र की संख्या कम हो सके और उन्हें बंद करने का रास्ता तैयार हो. यह एक सुनियोजित साजिश प्रतीत होती है, जिसके अंतर्गत सरकारी विद्यालयों के पास निजी विद्यालयों की अनुमति दी जा रही है, जबकि नियमानुसार 1 किलोमीटर की परिधि में ऐसे विद्यालयों को मान्यता नहीं दी जा सकती.