आम आदमी पार्टी (AAP) ने केंद्र सरकार से पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए सरकारी आवास की मांग की हैं. AAP नेता राघव चड्ढा ने चुनाव आयोग के नियम का हवाला देते हुए केजरीवाल के लिए आवास मांगा है. उन्होंने कहा है कि बिना देरी किये राष्ट्रीय पार्टी AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास देना चाहिए.
राघव चड्ढा ने कहा,’चुनाव आयोग के नियमों के तहत किसी भी राष्ट्रीय पार्टी को दो साधन दिए जाते हैं. जिसमें पहले नंबर पर राष्ट्रीय कार्यालय है. इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर की पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को सरकारी आवास भी दिया जाता है. इसलिए हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास मिले.’
पहले गाजियाबाद के कौशांबी में रहते थे केजरीवाल
दिसंबर 2013 में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले केजरीवाल गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे. मुख्यमंत्री के तौर पर वे मध्य दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहे. फरवरी 2015 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के भारी बहुमत के साथ सत्ता में आने के बाद वे उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास में रहने चले गए.
कल दिल्ली के नए सीएम की शपथ ले सकती हैं आतिशी
बता दें कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. आम आदमी पार्टी के विधायक दल ने केजरीवाल के इस्तीफे के बाद उनकी जगह आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना था. केजरीवाल ने अपना इस्तीफा दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंप दिया था. इसके साथ आतिशी ने एलजी को नई सरकार बनाने का दावा पेश करने वाली चिट्ठी भी सौंपी थी. इस्तीफे और चिट्ठी को उपराज्यपाल ने राष्ट्रपति को भेज दिया था. हालांकि, आतिशी ने शपथ ग्रहण के लिए कोई तारीख नहीं मांगी थी, लेकिन दिल्ली के उपराज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख 21 सितंबर प्रस्तावित की थी. यानी कल आतिशी दिल्ली के नए सीएम के तौर पर शपथ ले सकती हैं.
चुनाव तक मेरे पास सिर्फ दो काम: आतिशी
आतिशी ने अपने नाम का ऐलान होने के बाद कहा था कि वो आगामी चुनाव तक ही सीएम रहेंगी और जब दोबारा AAP की सरकार बनेगी तो केजरीवाल ही सीएम बनेंगे. साथ ही आतिशी ने कहा कि अगले चुनाव तक मेरे पास सिर्फ दो काम हैं. पहला, ‘दिल्ली के लोगों की भाजपा के षड़यंत्र से रक्षा करना’. दूसरा- ‘केजरीवाल को फिर से सीएम बनाना.’