गुजरात में आम आदमी पार्टी के डेडियापाड़ा से विधायक चैतर वसावा को शनिवार को एक पंचायत पदाधिकारी पर कथित जानलेवा हमले के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. आरोप है कि उन्होंने बैठक के दौरान एक पदाधिकारी के साथ गाली-गलौज की, उस पर मोबाइल फेंका और कांच के टुकड़े से हमला करने की कोशिश की है. फिलहाल उनको अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वो वडोदरा केंद्रीय जेल में बंद हैं.
इस कार्रवाई के बाद आम आदमी पार्टी ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है, जबकि राज्य प्रशासन ने कानून-व्यवस्था के मद्देनज़र डेडियापाड़ा में धारा 144 लागू कर दी है. बताया जा रहा है कि शनिवार को वसावा के निर्वाचन क्षेत्र डेडियापाड़ा के प्रांत कार्यालय में बैठक हो रही थी. स्थानीय समन्वय समिति ‘आपणो तालुको वाइब्रेंट तालुको’ में वसावा द्वारा सुझाए गए नाम को शामिल न किए जाने पर वे नाराज हो गए.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उनकी नाराजगी इस हद तक बढ़ गई कि उन्होंने सागबारा तालुका पंचायत की महिला अध्यक्ष को गालियां देनी शुरू कर दी. इसका विरोध डेडियापाड़ा तालुका पंचायत के अध्यक्ष संजय वसावा ने किया, तो विधायक ने अपना मोबाइल फोन उन पर फेंक मारा, जिससे उन्हें सिर में गहरी चोट लगी. इसके बाद विधायक ने कांच तोड़कर उसके टुकड़े उठाए और वसावा को धमकी देने लगे कि वो उनको जान से मार देंगे.
हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया. इस हमले के बाद डेडियापाड़ा पुलिस स्टेशन में चैतर वसावा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. इसमें बीएनएस की धारा 109 (हत्या की कोशिश), धारा 79 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना), धारा 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), धारा 351(3) (आपराधिक धमकी) शामिल है.
इसके साथ ही बीएनएस की धारा धारा 352 (जानबूझकर अपमान) और धारा 324(3) (सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान) भी जोड़ा गया है. विधायक चैतर वसावा को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया. रविवार दोपहर स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने अदालत से विधायक चैतर वसावा के लिए 5 दिन की रिमांड की मांग की थी, जिसे खारिज कर दिया गया.
इस घटना के बाद डेडियापाड़ा में कानून-व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया. किसी भी संभावित विरोध को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है, जिससे चार से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लग गई है. इस गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी ने तीखा विरोध जताया है. आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए भाजपा को सीधे तौर पर घेरा है.
उन्होंने लिखा, “गुजरात में भाजपा ने आप विधायक चैतर वसावा को गिरफ्तार कर लिया है. विसावदर उपचुनाव में ‘आप’ से हारने के बाद भाजपा बौखला गई है. यदि उन्हें लगता है कि इस तरह की गिरफ्तारियों से आप डर जाएगी, तो यह उनकी सबसे बड़ी भूल है.” केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गुजरात की जनता अब भाजपा के कुशासन, गुंडागर्दी और तानाशाही से तंग आ चुकी है.
इसके साथ ही आप ने यह भी दावा किया कि नवनिर्वाचित विधायक गोपाल इटालिया, जो पेशे से वकील हैं, को चैतर वसावा का कानूनी प्रतिनिधित्व करने के लिए अदालत परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. विधायक पर लगे आरोप गंभीर हैं, लेकिन जिस तरह से इस घटना के तुरंत बाद सियासी बयानबाज़ी शुरू हुई, उससे यह मामला अब कानूनी से ज्यादा राजनीतिक अखाड़ा बनता जा रहा है.