आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और युवा नेता राघव चड्ढा को अमेरिका के प्रतिष्ठित हार्वर्ड कैनेडी स्कूल ने अपने ग्लोबल लीडरशिप प्रोग्राम के लिए चुना है. राघव चड्ढा इस दौरान पब्लिक पॉलिसी, ग्लोबल लीडरशिप जैसे मुद्दों पर गहन अध्ययन और विचार-विमर्श करेंगे. इस फोरम पर दुनिया के शीर्ष पॉलिसी मेकर्स के साथ उनका संवाद होगा.
दुनिया के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में से एक हार्वर्ड कैनेडी स्कूल हर साल कुछ चुनिंदा ग्लोबल लीडर्स को इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर देता है. यह प्रोग्राम चुने गए लोगों को सार्वजनिक नीति, नवाचार और वैश्विक नेतृत्व के अलग अलग पहलुओं पर गहन अध्ययन और विचार-विमर्श का मंच प्रदान करता है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इस अवसर को लेकर राघव चड्ढा ने कहा, “हार्वर्ड कैनेडी स्कूल के ग्लोबल लीडरशिप प्रोग्राम में शामिल होने का निमंत्रण पाकर मैं सम्मानित और उत्साहित महसूस कर रहा हूं. यह मेरे लिए एक अनूठा अवसर है, जहां मैं दुनिया भर के विशेषज्ञों और नेताओं से सीखने के साथ-साथ अपनी समझ को और गहरा कर सकूंगा. यह वास्तव में मेरे लिए ‘बैक टू स्कूल’ जैसा मौका है.”
हार्वर्ड कैनेडी स्कूल को लंबे समय से दुनिया भर में प्रभावशाली नेताओं, वरिष्ठ अधिकारियों और नीति निर्माताओं को तैयार करने के लिए जाना जाता है. यह संस्थान 21वीं सदी की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए युवा प्रतिभाओं को चुनौतियों से निपटने की क्षमता, स्किल और ट्रेनिंग से लैस करता है.
उन्होंने आगे कहा, “इस कार्यक्रम के जरिए मुझे वैश्विक दृष्टिकोण से भारत की नीतिगत चुनौतियों को समझने और उनके समाधान खोजने में मदद मिलेगी.”
AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती है और जब मौका मिले पढ़ना-लिखना चाहिए.
5 से 13 मार्च तक अमेरिका के बोस्टन, कैम्ब्रिज में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में दुनिया भर के शीर्ष नेता, नीति निर्माता, अधिकारी और विशेषज्ञ एक मंच पर इकट्ठा होकर वैश्विक राजनीति, नेतृत्व और नीतिगत नवाचारों पर चर्चा करेंगे.
यह कार्यक्रम युवा नेताओं को वैश्विक समस्याओं जैसे बेरोजगारी, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक अस्थिरता और सामाजिक असमानताओं जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए जरूरी ज्ञान और कौशल प्रदान करता है.
बता दें कि विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा राघव चड्ढा को 40 वर्ष से कम उम्र के “यंग ग्लोबल लीडर” के रूप में भी सम्मानित किया जा चुका है.