दिल्ली विधानसभा की शाहदरा सीट पर 11 हजार से अधिक वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए जाने के आरोपों का साफ खंडन किया गया है. जिला मजिस्ट्रेट ने वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम काटे जाने के इस आरोप का जवाब सोशल मीडिया पर दिया है. जिला मजिस्ट्रेट शाहदरा ने एक्स पर ट्वीट कर इसका खंडन किया है.
शाहदरा के जिला मजिस्ट्रेट के मुताबिक इस विधानसभा सीट पर 29 अक्टूबर 2024 से अब तक सिर्फ 494 फॉर्म-7 ही मिले हैं. फॉर्म-7 वोटर लिस्ट से नाम काटने के लिए भरे जाते हैं. बिना फॉर्म भरे आयोग या निर्वाचन अधिकारी किसी वोटर का नाम नहीं काट सकता है.
डीएम ने आरोपों का किया खंडन
डीएम ने कहा, ‘ऐसे में आम आदमी पार्टी या किसी का भी ये आरोप सरासर गलत है कि पिछले डेढ़ महीने में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 11018 फॉर्म-7 भरकर वोटर लिस्ट से AAP समर्थकों के नाम कटवा दिए हैं.’ डीएम ऑफिस ने कहा कि ऐसे आरोप तथ्यात्मक रूप से और कानूनी प्रक्रिया के रूप से सरासर गलत हैं.
केजरीवाल ने लगाया आरोप
दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम दिल्ली के मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव आयोग में आवेदन दायर कर शाहदरा, जनकपुरी, लक्ष्मी नगर और अन्य क्षेत्रों में हजारों मतदाताओं के नाम हटाने की कोशिश की है.
केजरीवाल ने खासतौर पर बताया कि बीजेपी ने शाहदरा क्षेत्र से 11,018 मतदाताओं के नाम हटाने का आवेदन दिया है. उन्होंने कहा कि जब इन नामों में से 500 नामों की छानबीन की गई, तो पता चला कि 75 प्रतिशत लोग अभी भी वहां रह रहे हैं, लेकिन उनके नाम मतदाता सूची से हटाए दिए गए हैं.