मराठी विवाद के बीच राज ठाकरे पर भड़के अबू आजमी, बोले- ‘अगर मारना ही है तो…’

महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर शुरू हुआ विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कुछ कार्यकर्ताओं का वीडियो एक बार फिर वायरल हुआ, जिसमें वे मराठी न बोल पाने की वजह से एक शख्स को पीटते नजर आ रहे हैं.

इसपर समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने राज ठाकरे की पार्टी द्वारा की जा रही हिंसा को गलत बताया है. न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा, “क्या सबको मराठी आती है? अगर मारना है तो जाओ बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियां, जो पूरे देश में फैली हुई हैं, जिनके हेड ऑफिस यहां हैं, वहां जाकर बात करो. उन्हें जाकर मारो.”

अबू आजमी ने कहा, “अगर मराठी बुलवानी है तो बड़े-बड़े कॉरपोरेट्स से बुलवाओ, गरीब को मारने में कौनसी बहादुरी है?” वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की बुनियाद ही नफरत पर टिकी है, हिन्दू–मुस्लिम करके सत्ता में आती है.

सरकार की बुनियाद ही नफरत पर टिकी है, हिन्दू–मुस्लिम करके सत्ता में आती है।

‘मुंबई में ज्यादातर बाहर के लोग रहते हैं’

अबू आजमी ने यह भी कहा, “हर राज्य में अपनी-अपनी जबान की इज्जत है. मुंबई एक इंटरनेशनल सिटी है. यहां मुंबई के मूल निवासी कम और बाहर से आए हुए लोग ज्यादा हैं. लोग आते हैं, काम करते हैं और चले जाते हैं. अब एक जबान हिंदी है, जो आमतौर पर पूरे देश में बोली जाती है. जब इंग्लिश बोलने पर बुरा नहीं लगता है तो हिंदी बोलने पर क्यों बुरा लगता है?”

‘इंग्लिश बोलने से आपत्ति नहीं, हिंदी से क्यों?’

“जहां तक मराठी का सवाल है, भाषा का पूरा सम्मान है, लेकिन जो लोग मराठी नहीं बोल पाते, उन्हें आप मार कैसे सकते हैं? यह कोई कानून नहीं है. सरकार हो या जो भी हो, ये लोग सिर्फ चुनाव में मराठी भाइयों को खुश करने के लिए ऐसा करते हैं. इनके खुद के बच्चे इंग्लिश मीडियम में पढ़ रहे हैं. इनके बच्चे भी रोज की बोलचाल में मराठी का इस्तेमाल नहीं करते हैं. तो फिर जबरदस्ती दुकानों पर काम करने वाले, छोटे और गरीब लोगों को परेशान क्यों किया जा रहा है?”

महायुति सरकार पर भी बोला हमला

इसके अलावा, महायुति सरकार पर हमला बोलते हुए अबू आजमी ने कहा, “यह सरकार का एक ही काम है. हिन्दू-मुस्लिम करो और सत्ता में बैठे रहो. मंदिर-मस्जिद करो और सत्ता में बैठे रहो. यह सब बंद होना चाहिए.”

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