समाजवादी पार्टी (सपा) के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी ने उत्तर प्रदेश के बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद और उससे जुड़ी हिंसा पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ‘गुंडाराज’ और माफिया राज है, और पुलिस को इतनी ताकत दे दी गई है कि वह किसी के भी हाथ-पैर तोड़ सकती है और जिसे चाहे जेल में डाल सकती है। उन्होंने बर्बर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
अबू आजमी ने बताया कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब लोगों ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर ‘आई लव मोहम्मद’ लिखा। उन्होंने कहा कि हर धर्म के लोग अपने त्योहारों पर अपने देवी-देवता, भगवान या पैगंबर के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं। मुसलमानों ने भी इसी तरह अपने पैगंबर के लिए संदेश लिखा, लेकिन इसे लेकर विवाद फैल गया।
सपा नेता ने आरोप लगाया कि इस मामले में 25 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर पूरी घटना को देशभर में फैलाया गया। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस को लगता कि कुछ गैरकानूनी हो रहा है, तो उन्हें नोटिस जारी करना चाहिए और मामले की जांच करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज अन्यायपूर्ण और बर्बर था, और इस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
अबू आजमी ने राजनीतिक पक्षों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग हिंदू और मुसलमानों को बांटना चाहते हैं और केवल चुनाव जीतने की चिंता में लगे हैं। उनका आरोप है कि सत्ता पक्ष देश में नफरत का संदेश फैला रहा है और केवल चुनावी लाभ के लिए सब कुछ कर रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनके विधानसभा क्षेत्र में कोई गलती होती है, तो पुलिस को वहां जाकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। राजनीतिक रोटियां सेंकना और गलत भाषण देना, और लोगों को अपमानित करना संविधान के खिलाफ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश में संविधान और कानून का पालन होना चाहिए और सभी समुदायों के बीच सामंजस्य बनाए रखना जरूरी है।
अबू आजमी के बयान ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था, धार्मिक संवेदनशीलता और प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनके अनुसार, सत्ता पक्ष केवल चुनाव जीतने के पीछे लगा है, और देश के सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को नष्ट करने का प्रयास कर रहा है।