कोरबा : एसईसीएल के दीपका कोयला खदान में ब्लास्टिंग के दौरान ड्रिल मशीन में भीषण आग लग गई. ब्लास्टिंग से पहले ड्रिल मशीन से उत्खनन का काम करने के दौरान यह हादसा हुआ है. ड्रिल मशीन में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते आग ने ड्रिल मशीन को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया.
ड्रील मशीन पूरी तरह से जल कर खाक : दीपका खदान के गांव अमगांव के फेस में कोयले का उत्खनन किया जा रहा था. तभी उत्खनन कर रही ड्रिल मशीन में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते आग ने ड्रिल मशीन को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया. हालांकि, फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई थी, लेकिन उसके पहुंचने के पहले ही ड्रील मशीन पूरी तरह से जल कर खाक चुकी थी. ड्रिल मशीन चलाने वाले ड्राइवर ने तो कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई.
घटना की सूचना मिली है. अब तक इस घटना के जानकारी एसईसीएल या दीपका खदान प्रबंधन की ओर से नहीं दी गई है. जानकारी जुटाई जा रही है. : युवराज तिवारी, टीआई, दीपका थाना
करोड़ों में है मशीन की लागत : कोयला खदान में उत्खनन के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग किया जाता है. इस तरह मशीने काफी महंगी होती हैं. उत्खनन के काम में लिए जाने वाले इन मशीनों की कीमत करोड़ों में है. जानकारों के मुताबिक, उत्खनन के दौरान कई बार मशीन का टेंपरेचर काफी ज्यादा हो जाता है, जिसकी वजह से शॉर्ट सर्किट होने से आगजनी की घटनाएं होती हैं. कार्य प्रभावित होने के साथ ही कंपनी को भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है. मौजूदा मामले में भी ड्रिल मशीन जलकर पूरी तरह से खाक हो चुकी है.