छत्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई, सूरजपुर और रायपुर के लड़के-लड़कियों ने ऑनलाइन सट्टा और साइबर फ्रॉड के पैसे निकालने के लिए बैंक अकाउंट फ्रॉड का पूरा नेटवर्क बनाया. लोगों को पैसे का लालच देकर उनके बैंक अकाउंट ले लिए, फिर उन अकाउंट से 2 करोड़ 85 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया.
इस मामले में दुर्ग पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया है. यह आरोपी महंगे शौक पूरे करने के लिए ठगी का काम शुरू किया था। यह सभी युवा काफी पढ़े-लिखे हैं. इनमें मैकेनिकल इंजीनियर और MBA होल्डर भी है. जिन खातों से लेन-देन हुआ है, उन पर भी एक्शन लिया गया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय से आया था मेल
दरअसल, कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय से दुर्ग पुलिस को एक मेल आया था. उसमें कर्नाटका बैंक की दुर्ग ब्रांच में संचालित 111 संदिग्ध खातों की जांच करने कहा गया. एसपी जितेंद्र शुक्ला ने दुर्ग सीएसपी चिराग जैन के नेतृत्व में मोहन नगर थाने की पुलिस और क्राइम टीम को लगाया.
कॉर्पोरेट करंट अकाउंट तक लिए गए
पुलिस को जांच में पता चला कि, दुर्ग भिलाई के लड़के और लड़कियों ने मिलकर ठगी का नेटवर्क बनाया. यह लोग देशभर के अलग-अलग लोगों से संपर्क कर उन्हें पैसों का लालच देकर उनका बैंक खाता ले लेते थे. इसमें बड़ी संख्या में कॉर्पोरेट करंट अकाउंट तक लोगों से लिए गए.
पुलिस को 111 बैंक खातों में से 35 ऐसे अकाउंट मिले, जिसमें 2 करोड़ 85 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था.यह पैसा साइबर ठगी और महादेव ऑनलाइन सट्टा के जरिए आया था. पुलिस ने 15 खाता धारकों और 20 खाता उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
भिलाई के पढ़े लिखे युवा कर रहे थे नेटवर्क का संचालन
जांच में पता चला कि, खाता उपलब्ध कराकर ऑनलाइन सट्टा ऐप और साइबर ठगी का संचालन भिलाई के हाईली क्वॉलीफाई युवा कर रहे हैं. इस मामले में 5 महिलाएं भी गिरफ्तार की गई है, जो इसमें शामिल हैं.
मंहगे शौक पूरा करने शुरू किया काम
डीएसपी क्राइम हेम प्रकाश नायक ने बताया कि, आरोपी महंगी बाइक-कार और महंगे शौक पूरा करने के लिए अपराध में घुस गए. उन्होंने महादेव सट्टा ऐप की आईडी तो नहीं चलाई, लेकिन लोगों को कुछ रुपए का लालच देकर उनका अकाउंट लिया.जो उसमें महादेव ऑनलाइन बैटिंग और साइबर ठगी का पैसा मंगवाते थे.