देवास में एक युवक ने खुद को कैंची मारकर घायल कर लिया। उसने पत्नी पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने का आरोप लगाया। युवक ने कहा कि पत्नी बच्चों से भी मिलने नहीं देती।
घटना शुक्रवार की है। पीड़ित उमाकांत शर्मा (47) यूपी के औरेया का रहने वाला है। उसका कहना है कि एक साल से पत्नी और ससुराल वाले ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बना रहे हैं। युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
चर्च और हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी शादी
पीड़ित उमाकांत शर्मा ने बताया कि 2010 में ओरछा के रामलला मंदिर में अपने पड़ोस में रहने वाली युवती से लव मैरिज की थी। उस वक्त वह अपने पिता (मप्र पुलिस में पदस्थ) के साथ बीना में रहता था और युवती क्लेरा बीना में। 2011 में दोनों परिवारों की सहमति से दिल्ली के रिठाला चर्च में एक बार फिर शादी करवाई गई। इसके बाद हिंदू रीति-रिवाज से भी विवाह हुआ।
पत्नी झूठे केस में फंसाने की दे रही धमकी
उमाकांत ने बताया कि उसकी पत्नी लगातार उसे प्रताड़ित कर रही है। यहां तक कि उसका मोबाइल फोन भी ले लिया है। ससुरालवाले झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। शुक्रवार को जब वह अपने बच्चों से मिलने गया तो एमजी अस्पताल परिसर में ससुराल पक्ष के लोगों ने उसके साथ मारपीट की।
बच्चों को जय श्रीराम बोलने नहीं दिया जाता
पीड़ित ने दावा किया कि उसके बच्चों को धार्मिक अभिव्यक्ति की भी स्वतंत्रता नहीं दी जा रही है। उन्हें ‘जय श्रीराम’ बोलने से रोका जाता है। इसी तनाव के चलते उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा था, लेकिन अस्पताल में मारपीट के दौरान किसी ने वह नोट निकाल लिया। पुलिस का कहना है कि यदि पीड़ित लिखित शिकायत करता है तो जांच की जाएगी।
पुलिस ने कहा- धर्म परिवर्तन की बात नहीं
औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया ने बताया कि दोनों पति-पत्नी का धर्म परिवर्तन की बात से कुछ लेना-देना नहीं है। पति ने बंद कमरे में खुद को कैंची मारकर घायल कर लिया था। पुलिस ने बयान दर्ज किए है। जांच की जा रही है।