Sambhal Violence: संभल हिंसा को लेकर हो रही बयानबाजी के बीच कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम का बयान सामने आया है. उन्होंने अखिलेश यादव के नाम का जिक्र करते हुए कहा कि पहले पत्थर फेंकवाए जाते हैं और फिर वहां दंगा करवाने के बाद वहां पार्टी का डेलीगेशन भेजा जाता है.
संभल हिंसा को लेकर आज समाजवादी पार्टी का एक 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जाने वाला था लेकिन, डीजीपी से बातचीत के बाद इस सपा ने इसे रोक दिया है. सपा इस मुद्दे को लेकर सबसे ज्यादा हमलावर नजर आ रही है, जिस पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सपा पर जोरदार पलटवार किया. उन्होंने एक्स पर लिखा- ‘पहले पत्थर फिंकवाते हैं और दंगा करवाते है, फिर डेलीगेशन भिजवाते हैं. अखिलेश यादव जी बड़े खिलाड़ी हैं.’
हार से बौखलाकर सपा ने रची साजिश
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने न्यूज एजेसी आईएएनएस से बात करते हुए सवाल उठाए और कहा कि संभल को दंगों की आग में झोंकने का काम करने वाले लोग कौन हैं. समाजवादी पार्टी के नेता उपचुनाव में हुई हार से बौखला षडयंत्र के तहत ये किया है. उन्हें ये गलतफहमी हो गई कि यूपी के चुनाव में बीजेपी की जो जीत हुई है उसमें पुलिस प्रशासन का हाथ है. पुलिस से बदला लेने के लिए उन्होंने ये षडयंत्र किया.
पहले “पत्थर”
फिंकवाते हैं और “दंगा”
करवाते है, फिर “डेलीगेशन”
भिजवाते हैं @yadavakhilesh जी “बड़े”
खिलाड़ी हैं, क्या-क्या “खेल”
दिखाते हैं.— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) November 26, 2024
सपा को एक-एक सवाल का जवाब देना पड़ेगा. ये वहीं सपा है जिसने कल्कि धाम के निर्माण पर रोक लगाई थी. ये कौन सा अदालती फैसला था? किसी कोर्ट ने कल्कि धाम का निर्माण कराने पर रोक नहीं लगाई थी लेकिन राजनीति फायदे के लिए वोट बैंक की राजनीति करने के लिए कल्कि धाम के निर्माण पर रोक लगाई और छाती पीट रहे हैं. देश की जनता इस देश का क़ानून और अदालत सच के आधार पर फैसला करेगी. संभल की जनता से अपील है कि वो कानून पर भरोसा बनाकर रखें.