हाथरस के सत्संग भगदड़ मामले में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने “भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास और पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपनी मुश्किलों को और नहीं बढ़ाने की सलाह” दी है. उन्होंने भगदड़ में 121 लोगों के जान गंवाने को “अति-चिन्ताजनक” बताया और “बाबा भोले जैसे अन्य जो भी दोषी हैं” उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की.
1. देश में गरीबाों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी व अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2024
मायावती ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर एक पोस्ट में कहा, “देश में गरीबाों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी और अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास और पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख और पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह.”
2. बल्कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताए हुए रास्तों पर चलकर इन्हें सत्ता खुद अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी अर्थात् इन्हें अपनी पार्टी बीएसपी से ही जुड़ना होगा, तभी ये लोग हाथरस जैसे काण्डों से बच सकते हैं जिसमें 121 लोगों की हुई मृत्यु अति-चिन्ताजनक। 2/3
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मायावती ने कहा, “बल्कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बताए हुए रास्तों पर चलकर इन्हें सत्ता खुद अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी. इन्हें अपनी पार्टी BSP से ही जुड़ना होगा, तभी ये लोग हाथरस जैसे काण्डों से बच सकते हैं जिसमें 121 लोगों की हुई मृत्यु अति-चिन्ताजनक” है.
3. हाथरस काण्ड में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी। इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़। 3/3
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BSP चीफ ने एक अन्य पोस्ट में कहा, “हाथरस हादसे में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी है. इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़.”