नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होते ही दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ाने का सिलसिला शुरू हो गया है और इसी के साथ पैरेंट्स ने भी हंगामा शुरू कर दिया है. पैरेंट्स का आरोप है कि स्कूल मनमानी फीस बढ़ा रहे हैं. इसको लेकर कई स्कूलों के बाहर पैरेंट्स धरना दे रहे हैं, तो कई स्कूलों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं. इस बीच प्रशासन और सरकार भी सख्त हो गई है और स्कूलों पर कार्रवाई कर रही है. जानकारी के मुताबिक, नोएडा के 76 स्कूलों पर शिकंजा कसा गया है और मनमानी फीस बढ़ाने पर उनपर 1-1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर के गौतमबुद्ध नगर के डीएम मनीष वर्मा की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट फीस रेगुलेटरी कमेटी की एक बैठक हुई, जिसमें ये पाया गया कि जिले में मौजूद 144 स्कूलों में से 76 स्कूलों ने फीस बढ़ोतरी की कोई डिटेल कमेटी को नहीं दी. ऐसे में उनपर एक-एक लाख का जुर्माना लगा दिया गया.
3 स्कूलों के खिलाफ नोटिस जारी
नोएडा के तीन स्कूलों को फीस बढ़ोतरी के मामले में नोटिस भी जारी किया गया है और उनसे एक हफ्ते में जवाब मांगा गया है, क्योंकि उन्होंने निर्धारित 5 प्रतिशत से ज्यादा फीस में बढ़ोतरी की है. इन तीन स्कूलों में नोएडा के सेक्टर-37 स्थित अमर पब्लिक स्कूल, पारस पब्लिक स्कूल गांव मिल्क लिच्छी और नोएडा के सेक्टर-158 स्थित संत किशोरी विद्या मंदिर स्कूल शामिल हैं.
जांच समितियों का गठन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीएम मनीष वर्मा ने स्कूलों की निगरानी के लिए कुछ जांच समितियों का भी गठन किया है. इस जांच समिति में एसडीएम सदर, एसडीएम दादरी, एसडीएम जेवर, सिटी मजिस्ट्रेट, तहसीलदार सदर, तहसीलदार दादरी और डिप्टी कलेक्टर शामिल हैं. ये सभी अपने-अपने क्षेत्रों में मौजूद स्कूलों की जांच करेंगे और उसकी रिपोर्ट पेश करेंगे, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने कहा है कि कोई भी स्कूल छात्रों या उनके पैरेंट्स को किताबें, ड्रेस या जूते-मोजे खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकता और अगर ऐसी कोई शिकायत आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.