दुर्ग: पुलिस बांग्लादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है. इसके लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाई गई है. इसी कड़ी में आज दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है
दुर्ग के छावनी इलाके में हुई कार्रवाई:दुर्ग के छावनी थाना क्षेत्र के कैंप 2 अमन लकड़ी टाल के पास एक किराये के मकान में एक संदिग्ध बांग्लादेशी पुरूष और एक महिला के मूल पहचान को छिपाकर फर्जी नाम से रहने की सूचना मिली. भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि एसटीएफ टीम और थाना छावनी की पुलिस टीम ने दोनों संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ किया. उन्होंने अपना नाम पहले मोहम्मद अली शेख दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल और महिला ने अपना नाम साथी शेख खातून बताया.
कई दस्तावेजों की हुई जांच: पुलिस ने बिताया कि दोनों के पास से दस्तावेज और मोबाइल डाटा खंगाला गया, तब मालूम चला कि मोहम्मद अली शेख का वास्तविक नाम मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन है. उसने साथी शेख खातून से शादी की. फिर भारतीय नागरिकता के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए. आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड भी बनवा लिया था.
डॉक्यूमेंट खंगाले गए तो इनके पास बांग्लादेशी नागरिकता से संबंधी पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र, बांग्लादेश में राष्ट्रीय नागरिकता परिचय पत्र मिलता है वह और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए. लगातार बांग्लादेश में स्थित रिश्तेदार से एप और नेट कॉलिंग के जरिए संपर्क में रहना पाया गया-