गोंडा: जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जिला पोषण समिति की बैठक में पोषण योजनाओं की गहन समीक्षा करते हुए बड़ा एक्शन लिया. डीएम ने स्पष्ट कहा कि जिले में कार्य में लापरवाही बरतने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सूची तैयार कर उन्हें चिन्हित किया जाए और उनकी सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जाए. बैठक में उन्होंने एनीमिया मुक्त भारत अभियान, बच्चों का आधार नामांकन, पोषण माह के क्रियान्वयन और पोषण ट्रैकर ऐप पर लाभार्थियों के आधार सत्यापन की प्रगति की समीक्षा की.
उन्होंने कहा कि योजनाओं की फीडिंग समय पर और शत-प्रतिशत होनी चाहिए, अन्यथा जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र विकसित करने पर जोर देते हुए कहा कि निर्माणाधीन भवनों का कार्य तेजी से पूरा कराया जाए. साथ ही सभी केंद्रों पर वजन एवं लंबाई नापने के उपकरण, खिलौने, शिक्षा सामग्री, स्वच्छ पेयजल और शौचालय जैसी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए.
डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को जल्द से जल्द स्वस्थ श्रेणी में लाया जाए और उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच व प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए. समीक्षा के दौरान विभागीय योजनाओं की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया कि पोषाहार वितरण, पीएमएमवीवाई और अन्य योजनाओं की फीडिंग समय से पोर्टल पर अनिवार्य रूप से कराई जाए.