अदाणी ग्रुप (Adani Group) की कंपनी, अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green) के कंसोलिडेटेड मुनाफे में 85.2% का उछाल देखने को मिला है. दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 256 करोड़ रुपये से बढ़कर 474 करोड़ रुपये हो गया है. पिछली तिमाही (Sept 2024 Quarter) में कंपनी का मुनाफा 39% (YoY) बढ़कर 515 करोड़ रुपये रहा था.
हालांकि Q3,FY25 में कंपनी की आय में 2.3% की ही बढ़ोतरी हुई है. कंपनी ने जो नतीजे पेश किए हैं, उसके अनुसार अदाणी ग्रीन की आय 2,311 करोड़ से बढ़कर 2,365 करोड़ रुपये हो गई है.
अदाणी ग्रीन एनर्जी का EBITDA करीब फ्लैट रहा है और इस बार ये 1,601 करोड़ रुपये रहा है. वहीं EBITDA मार्जिन 67.7% से घटकर 72.1% हो गई है.
अदाणी ग्रीन Q3 नतीजे (कंसो, YoY)
- मुनाफा 85.2% बढ़ा; 256 करोड़ से बढ़कर 474 करोड़ रुपये
- आय 2.3% बढ़ी; 2,311 करोड़ से बढ़कर 2,365 करोड़ रुपये
- EBITDA 4% घटा; 1,666 करोड़ से घटकर 1,601 करोड़ रुपये
- EBITDA मार्जिन 67.7% से बढ़कर 72.1%
मेगा प्रोजेक्ट पर चल रहा तेजी से काम
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने बताया कि कंपनी गुजरात के खावड़ा में 30 गीगा वाट की एक मेगा रीन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जो 538 वर्ग किलोमीटर में फैला है. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य अल्ट्रा-लार्ज स्केल में रीन्युएबल एनर्जी प्लांट्स के डेवलपमेंट के लिए एक ग्लोबल स्टैंडर्ड स्थापित करना है. इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनी के 12,000 से ज्यादा कर्मी, साइट पर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं.
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के CEO अमित सिंह ने बताया, हम गुजरात के खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े RE प्लांट के साथ-साथ राजस्थान और अन्य जगहों पर बड़े पैमाने पर प्लांट डेवलप कर रहे हैं, जो वेल अलाइन्ड ट्रांसमिशन प्लानिंग के साथ विकसित हो रहे हैं. हमने वर्तमान और भविष्य के रेगुलेटरी कंप्लायंस को पूरा करने के लिए अपनी सप्लाई चेन को उन्नत किया है.
कंपनी की उपलब्धियां
- अदाणी ग्रीन एनर्जी ने बताया कि वित्त वर्ष 2025 के पहले नौ महीनों में कंपनी ने
- प्रति यूनिट उत्पादन में अपनी उत्सर्जन तीव्रता को 99.7% तक कम कर दिया.
- प्रति यूनिट उत्पादन में मीठे पानी की खपत को भी 98.7% तक कम कर दिया.
- वहीं, इसने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के 7,233 अवसर भी पैदा किए.
कंपनी ने बताया, ‘खावड़ा के लिए ट्रांसमिशन टेंडरिंग के चार चरण पूरे हो चुके हैं, और पांचवां चरण वर्तमान में चल रहा है. कैपिसिटी रैंप-अप प्लान्स, ट्रांसमिशन योजना के साथ जुड़ी हुई हैं.’