पावर सेक्टर में गौतम अडानी का कद और भी बढ़ने वाला है. दरअसल, अदाणी ग्रुप एक बार फिर खरीदारी के मोड में आ गया है. अदाणी ग्रुप अब एक और कंपनी खरीदने की तैयारी में हैं, जिसके लिए अदाणी ग्रुप ने 4100 करोड़ रुपये तैयार रखे हैं. पावर कंपनी लैंको अमरकंटक अभी इनसॉल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजर रही है उसको खरीदने के लिए अब NCLT ने अदाणी ग्रुप को हरी झंडी दे दी है. अदाणी समूह 4 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा में ये डील करने वाला है.
अदाणी ग्रुप की बिजली कंपनी अदाणी पावर ने NCLT से मंजूरी मिलने की जानकारी एक एक्सचेंज फाइलिंग में शेयर बाजारों को दी. उसने बताया कि राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) की हैदराबाद बेंच ने लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड को इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत उसका अधिग्रहण करने के लिए पेश की गई योजना को हरी झंडी दिखा दी है. इस पावर कंपनी को खरीदने के लिए Adani Group ने 3650 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अदाणी ग्रुप ने कंपनी को खरीदने के लिए दूसरा ऑफर पेश किया है. लैंको अमरकंटक पर भारी कर्ज है, जिसे चुकाने के लिए कंपनी अपनी हिस्सेदारी बेच रही है.
लैंकों अमरकंटक के ऊपर 15,633 करोड़ रुपये के बकाये हैं. उसे खरीदने के लिए अदाणी समूह ने 4 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली लगाई है. अदाणी ने पहले लैंको अमरकंटक के लिए नवंबर 2023 में 3,650 करोड़ रुपये का ऑफर पेश किया था. बाद में अदाणी ने अपने ऑफर को संशोधित किया था और 4,100 करोड़ रुपये का फाइनल ऑफर दिसंबर में पेश किया था.
लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड को खरीदने की रेस में अडानी पावर को नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल पावर से कड़ी टक्कर मिल रही थी. जिंदल पावर ने अपनी योजना में अडानी से बड़ी बोली भी पेश की थी. जिंदल का ऑफर 4,200 करोड़ रुपये से ज्यादा का था, लेकिन नवीन जिंदल की कंपनी इस साल जनवरी में अचानक लैंको अमरकंटक को खरीदने की रेस से बाहर हो गई थी, जिससे अडानी पावर के लिए सौदा पूरा करने की राह आसान हो गई.
क्यों खास है लैंको अमरकंटक
लैंको अमरकंटक को खरीदने में अदाणी और जिंदल के अलावा मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन की अगुवाई वाला समूह भी शामिल था. लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड वित्तीय संकटों से जूझ रही एक बिजली कंपनी है. इस सौदे को पूरा होने से अडानी पावर की क्षमता बढ़कर 15,850 मेगावाट हो जाएगी. लैंको अमरकंटक के पास छत्तीसगढ़ में 600 मेगावाट क्षमता का प्लांट है. साथ ही कंपनी के पास हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के साथ पावर पर्चेज एग्रीमेंट भी है.