हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को पीछे छोड़ते हुए अदाणी ग्रुप (Adani Group) नयी तैयारी में जुट गया है. इस बार अदाणी ग्रुप (Adani Group) की योजना भारत के पैकेज्ड सामानों के बढ़ते बाजार में अपने फूड और FMCG बिजनेस का विस्तार करने की है.
गौतम अदाणी (Gautam Adani) के ग्रुप ने इस मार्केट में अपने पांव फैलाने के लिए 1 अरब डॉलर खर्च करने की तैयारी बनाई है. ग्रुप अपनी FMCG कंपनी अदाणी विल्मर लिमिटेड के जरिये देश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में अपना कारोबार फ़ैलाने की योजना बना रहा है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक़, अदाणी ग्रुप (Adani Group) मसालों, रेडी-टू-कुक फूड और पैकेज्ड सामानों में विशेषज्ञता वाले कम से कम तीन ब्रांडों को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है.
यह कदम अपने FMCG बिजनेस में अदाणी ग्रुप के सबसे आक्रामक विस्तार योजनाओं में से एक है, जिसमें फॉर्च्यून ऑयल और कोहिनूर चावल जैसे जाने-माने प्रोडक्ट्स शामिल हैं.
इससे पहले अदाणी ग्रुप ने अदाणी विल्मर में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार किया था, लेकिन अब माना जा रहा है कि ग्रुप ने अपना नजरिया बदल लिया है.
FMCG क्षेत्र में बढ़ती मांग के साथ अदाणी विल्मर (Adani Wilmar) ने अगले दो से तीन वर्षों में कई कंपनियों की खरीदने की योजना बनाई है. कंपनी, अदाणी और सिंगापुर के विल्मर ग्रुप के बीच एक जॉइंट वेंचर पहले से ही रसोई के सामानों की एक सीरीज पेश करती है और इसका लक्ष्य भारत के दक्षिण और पूर्व में अपने कारोबार का और विस्तार करना है.
अदाणी विल्मर ने अपनी हालिया सालाना रिपोर्ट में देश में सबसे बड़ी फूड FMCG कंपनी बनने का लक्ष्य रखते हुए पैकेज्ड फूड बिजनेस में अपना कारोबार फैलाने की संभावनाओं की तलाश की है.
बता दें, भारत का पैकेज्ड फूड का बाजार 6 लाख करोड़ रुपये का है और अदाणी विल्मर का लक्ष्य इस तेजी से बढ़ते बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हासिल करना है.
पिछले साल नवंबर से अदाणी विल्मर के शेयरों में 27% की वृद्धि हुई है, जो कंपनी की विकास योजनाओं में निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है. साथ ही अदाणी ग्रुप की कैश स्थिति में भी सुधार हुआ है.
अब अदाणी ग्रुप कंपनियों को खरीदने और अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के विस्तार के जरिये अपने फूड और FMCG कारोबार को बढ़ाना चाहता है. अदाणी की हालिया विस्तार योजनाएं उसके डिजिटल प्लेटफॉर्म अदाणी वन को विकसित करने की एक व्यापक रणनीति का भी हिस्सा हैं.