अदाणी ग्रुप (Adani Group) की दो प्रमुख सीमेंट कंपनियों, ACC और अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) ने पर्यावरण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. दोनों कंपनियों को SBTi यानी साइंस बेस्ड टारगेट्स इनिशिएटिव्स की ओर से Net-Zero उत्सर्जन लक्ष्य की मान्यता मिली है.
इस तरह की मान्यता पाने वाली ये देश की अग्रणी सीमेंट कंपनियां हैं. दोनों कंपनियों ने न केवल इंडस्ट्री में नया बेंचमार्क सेट किया है, बल्कि ये दिखा दिया है कि जलवायु परिवर्तन के बीच जरूरत कदमों पर केवल चर्चा करना जरूरी नहीं, बल्कि इससे आगे बढ़कर मुमकिन करना भी जरूरी है.
क्या है ये मान्यता?
SBTi की ओर से दी गई ये मान्यता दिखाती है कि दोनों कंपनियों ने कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिए 2030 तक के शॉर्ट टर्म और 2050 तक के नेट-जीरो लक्ष्य तय किए हैं. ये कदम भारत के 2070 तक Net-Zero Nation बनने की दिशा में भी एक अहम योगदान देगा.
महत्वपूर्ण बातें
- अंबुजा सीमेंट्स अब ग्लोबल Alliance for Industry Decarbonization (AFID) से जुड़ने वाली पहली सीमेंट कंपनी बन गई है.
- FY28 तक कंपनी अपनी 60% बिजली की जरूरतें ग्रीन और रिन्यूएबल एनर्जी से पूरी करने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
- अभी तक कंपनी ने 299 MW सोलर/विंड पावर और 186 MW WHRS (waste heat recovery systems) की क्षमता हासिल कर ली है.
अंबुजा और ACC लंबे समय से पर्यावरण के लिए काम कर रही हैं. SBTi से मान्यता मिलना इस बात का सबूत है कि हम सिर्फ आसान काम नहीं, जरूरी कदम उठा रहे हैं. हम दुनिया की 9वीं सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी हैं और इतने बड़े पैमाने पर नेट-जीरो लक्ष्य पाने वाली गिनी-चुनी कंपनियों में से एक हैं.
विनोद बाहेती, CEO, सीमेंट बिजनेस, अदाणी ग्रुप
आने वाले वर्षों में इन कंपनियों का ये कदम भारत के निर्माण सेक्टर को और अधिक सस्टेनेबल बनाएगा. अदाणी ग्रुप, देश के ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन में $100 बिलियन का निवेश कर रहा है. 2030 तक 50 GW रिन्यूएबल पावर और ग्रीन हाइड्रोजन प्लेटफॉर्म की स्थापना इस मिशन का हिस्सा है.