अदाणी समूह ने चालू वित्तवर्ष, यानी 2024-25 में अपनी कंपनियों में करीब ₹1.3 लाख करोड़ निवेश करने की योजना बनाई है. समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) जुगेशिंदर ‘रॉबी’ सिंह ने मंगलवार को कहा कि समूह ने कारोबार बढ़ाने के लिए अगले सात से 10 साल में 100 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹8,34,325 करोड़) के निवेश अनुमान को दोगुना कर दिया है.
उन्होंने कहा कि समूह की बंदरगाह से लेकर ऊर्जा, हवाई अड्डा, जिंस, सीमेंट और मीडिया क्षेत्रों में कार्यरत कंपनियों में कुल निवेश का 70 प्रतिशत आंतरिक संसाधनों से किया जाएगा और शेष राशि कर्ज़ के ज़रिये जुटाई जाएगी.
सिंह ने कहा कि समूह इस वर्ष परिपक्व होने वाले तीन से चार अरब डॉलर के ऋण का पुनर्वित्तपोषण करने तथा परियोजना वित्तपोषण के लिए अतिरिक्त एक अरब डॉलर जुटाने पर विचार करेगा. उन्होंने कहा कि नए निवेशकों को लाकर वार्षिक दो से 2.5 अरब डॉलर का इक्विटी निवेश भी जारी रहने की संभावना है.
वित्तवर्ष 2024-25 (अप्रैल 2024 से मार्च 2025) के लिए अनुमानित पूंजीगत व्यय या पूंजीगत व्यय वित्तवर्ष 2023-24 में खंड पर होने वाले अनुमानित व्यय से 40 प्रतिशत अधिक है. समूह ने इससे पहले अगले सात से 10 साल में 100 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश का अनुमान जताया था. इसमें से ज़्यादातर निवेश समूह के तेज़ी से बढ़ते नवीन ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन और हवाई अड्डा तथा बुनियादी ढांचा क्षेत्र में किया जाना है.
जुगेशिंदर ‘रॉबी’ सिंह ने बताया कि अदाणी समूह की कंपनियों के कर-पूर्व लाभ में वित्तवर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह ₹82,917 करोड़ (करीब 10 अरब अमेरिकी डॉलर) पर पहुंच गया है. अदाणी समूह आगामी नवी मुंबई हवाई अड्डे और 14 घरेलू बंदरगाहों सहित आठ हवाई अड्डों के खंड के साथ इन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को और मज़बूत करना चाहता है.