अदाणी ग्रुप (Adani Group) की एनर्जी कंपनी अदाणी पावर (Adani Power) ने UAE के अबू धाबी में पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी अदाणी पावर मिडिल ईस्ट लिमिटेड (Adani Power Middle East Ltd.) की शुरुआत की है. एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, सब्सिडियरी फर्म को एक इन्वेस्टमेंट होल्डिंग कंपनी के रूप में रजिस्टर किया गया है.
सब्सिडियरी कंंपनी को मिडिल ईस्ट में बिजली, इंफ्रास्ट्रक्चर और संबंधित सेक्टर्स में निवेश के लिए स्थापित किया गया है.
कंपनी ने कहा कि अदाणी पावर, देश के ऊर्जा परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है, जिसमें कोयला आधारित बिजली उत्पादन क्षमता का विस्तार करने की योजना है.
बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए देश ने 2032 तक 80 GW थर्मल क्षमता जोड़ने का लक्ष्य रखा है और इसके हिस्से के रूप अदाणी पावर ने 11.2 GW थर्मल पावर क्षमता जोड़ने की योजना बनाई है.
कंपनी ने एक प्रेजेंटेशन में कहा कि 2030 तक 500 GW से अधिक अक्षय ऊर्जा को एकीकृत करने के लिए ये विस्तार महत्वपूर्ण माना जाता है, जिससे एक स्थिर बेस लोड बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी.
बढ़ती पीक पावर डिमांड, डिस्पैच करने योग्य क्षमता की जरूरत रेखांकित करती है, जिसे थर्मल पावर सबसे बेहतरी से पूरा किया जा सकता है.
कंपनी उत्सर्जन को कम करने के लिए अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल और सुपरक्रिटिकल सिस्टम जैसी कुशल तकनीकों को लागू करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. कंपनी को मार्च 2031 तक 30.67 GW की संभावित क्षमता दिखाई देती है.
जल्द पूरा होगा लैंको का अधिग्रहण
पिछले सप्ताह, अदाणी पावर को दिवालिया हुई लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड का 4,101 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने के लिए NCLT से मंजूरी मिली. NCLT की मंजूरी के बाद 20 अक्टूबर की लक्षित तिथि के साथ ये डील 60 दिनों के भीतर पूरा होनी है.
इस स्ट्रैटेजिक अधिग्रहण से देश के अग्रणी प्राइवेट सेक्टर के पावर प्रोड्यूसर के रूप में अदाणी पावर की स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है. इसकी कुल ऑपरेटिंग कैपिसिटी 15,850 MW हो जाएगी.
लैंको अमरकंटक छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 600 MW का थर्मल पावर प्लांट संचालित करता है, जो लॉन्ग टर्म पावर परचेज एग्रीमेंट्स के तहत हरियाणा और मध्य प्रदेश को बिजली की आपूर्ति करता है.