अदाणी विल्मर (Adani Wilmer) ने इस वित्तवर्ष में क्षमता को बढ़ाने के लिए 600 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है. MD और CEO अंग्शू मलिक (Angshu Mallick) के मुताबिक, निवेश के ज़रिये खाने के तेल के बिज़नेस में प्रोसेसिंग कैपेसिटीज़ का विस्तार किया जाएगा, साथ ही कंज्यूमर्स के लिए नए फूड प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग की जाएगी, ताकि कंपनी ज्यादा वॉल्यूम में ग्रोथ कर सके.
600 करोड़ रुपये का यह निवेश तमाम क्षमताओं में विस्तार के लिए जारी 3,400 करोड़ रुपये के एक्सपेंशन प्रोग्राम से अलग होगा.
अदाणी ग्रुप और सिंगापुर की विल्मर के बीच बराबर की साझेदारी वाली कंपनी ने यह भी कहा कि अगली फरवरी तक प्रोमोटर्स अपनी हिस्सेदारी 88% से कम कर 75% तक लाएंगे, ताकि SEBI के 25% न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग की शर्त को पूरा किया जा सके. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 45,794 करोड़ रुपये का है.
अहमदाबाद स्थित कंपनी खाने के तेल, फूड और FMCG बिजनेस में काम करती है. कंपनी अपने ज्यादातर प्रोडक्ट्स को फॉर्च्यून ब्रैंडिंग के तहत बेचती है.
सोमवार को जारी नतीजों में अदाणी विल्मर ने FY25 की पहली तिमाही में 313.20 करोड़ रुपये का मुनाफा बताया है. जबकि बीते वर्ष की इस अवधि में कंपनी को 78.92 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की आय बढ़कर 14,229.87 करोड़ रुपये हो गई है. जबकि एक साल पहले ये 12,994 करोड़ रुपये थी.
न्यूज एजेंसी PTI के साथ एक इंटरव्यू में मलिक ने पहली तिमाही के अच्छे प्रदर्शन पर कहा, “जून तिमाही हमारे लिए अच्छी रही… हम 12% वॉल्यूम ग्रोथ और 10% वैल्यू ग्रोथ पाने में कामयाब रहे… खाने का तेल, जो हमारा मुख्य बिजनेस है, में हमने एक मिलियन टन का बिजनेस किया, जो बीते साल से 12% ज्यादा वॉल्यूम है…”
जब मलिक से 2024-25 वित्तवर्ष का गाइडेंस पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऊंची ग्रोथ हासिल करने में मॉनसून अहम भूमिका निभाएगा. अच्छी मॉनसूनी बारिश, जिसका बेहतर भौगोलिक वितरण हो, उससे खरीफ की फसल बेहतर होगी और ओवरऑल रूरल इनकम में बढ़ोतरी होगी.
वहीं मौजूदा 3400 करोड़ रुपये के एक्सपेंशन प्लान पर चर्चा करते हुए मलिक ने कहा, “कंपनी मौजूदा 2200 करोड़ रुपये के कैपिटल एक्सपेंडिचर प्रोग्राम्स को इस वित्तवर्ष में पूरा कर लेगी, जबकि बीते वित्तवर्ष में लॉन्च किए गए 1200 करोड़ रुपये कैपेक्स को मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा…”