राजगढ़ : निर्माणाधीन जीरापुर पचोर हाइवे पर संडावता कस्बे में करीब एक किलोमीटर का अधूरा निर्माण और बीच कस्बे में बीच हाइवे पर नाले का 20 फीट गहरा गड्डा खोदकर ठेकेदार काम अधूरा छोड़कर भूल गया. बीते दो महीने से यहां रोज दुर्घटनाएं हो रही है लेकिन प्रशासन कुम्भकरणी नींद सो रहा है.
बीते दिवस भी दरम्यानी रात 12 बजे के करीब झिरी गांव में काम करके सुस्याहेड़ी अपने गांव लौट रहा मजदूर कैलाश मालवीय पिता गोकुल मालवीय बाईक सहित गड्डे में जा गिरा जिसे पास में ही चौकी पर कार्यरत पुलिसकर्मी साहबसिंह और नगर सैनिक ने निकाला और अस्पताल पहुंचाया.
रोजाना हो रही घटनाओ और धूल से परेशान स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश है. व्यापारियों ने बताया की 353 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस हाइवे में संडावता कस्बे में उतरी तरफ के भूखंड मालिकों को मुआवजा दिया गया. लेकिन ज़ब बनाने की बारी आई तो दक्षिणी तरफ के मकान मालिकों के मकान तोड़े गए जिससे लोगों में आक्रोश है. विरोध होने के बाद ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया.
घटना के बाद NH-PWD के सहायक इंजीनियर उमेश कोरी और एसडीएम रोहित बम्होंरे प्रशासनिक अमले के साथ पहुंचे थे। बीते 4 महीने में 14 बार हाइवे की नपती हो गयी. लेकिन कोई हल अभी तक नहीं निकला. हाइवे किनारे के दुकानदार पप्पू विश्वकर्मा, राजेशकुमार सोनी, पवन नागर, पवन गुप्ता आदि ने आरोप लगाए है की धूल से लोगों को अस्थमा जैसी बीमारियां हो रही है. लोग परेशान है.
वहीं कई लोगों का आरोप है की एक तरफ तो शासकीय नाले पर बनी दुकान का भी मुआवजा दे दिया गया और दूसरी तरफ निजी भूमि पर पक्के निर्माण को बिना मुआवजा तोड़ा गया. इस के विरोध के बाद काम बंद कर दिया गया.