हरदोई : पाली कस्बे में चक रोड की भूमि पर किए गए अतिक्रमण पर हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासन बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की. याचिकाकर्ता ने इस कार्रवाई को महज खाना पूर्ति बताया. याची ने बताया 4 महीने पहले हाईकोर्ट से आदेश होने के बावजूद प्रशासन लगातार अतिक्रमण हटवाने से बच रहा है. अवमानना केस में खुद को फसता देख प्रशासन ने सिर्फ दिखावा किया है.
ज्ञात हो कि पाली कस्बे के मोहल्ला आजाद नगर निवासी समाजसेवी रघुवीर सिंह पुत्र विशाल सिंह ने बीती 29 मई को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में एक जनहित याचिका दायर कर भूमि घाटा संख्या 30 स्थित टाउन एरिया पाली पर किए गए स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण को हटाने की मांग की थी.
याची के अधिवक्ता धनंजय त्रिवेदी की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने 15 जुलाई को स्थानीय प्रशासन को चकरोड की भूमि से अतिक्रमण हटवाने का आदेश किया था. नगर पंचायत पाली द्वारा अतिक्रमण कारियों को नोटिस जारी किया गया और कई बार मुनादी की कार्रवाई की गई पर अतिक्रमण नहीं हटवाया गया.
याचिकाकर्ता रघुवीर सिंह ने नगर पंचायत पाली के अधिशासी अधिकारी, नायब तहसीलदार और एसडीएम को पार्टी बनाकर हाईकोर्ट में अवमानना का केस दायर किया, जिसमें बीती 11 नवंबर को सुनवाई हुई थी.
सनवाई के दौरान सरकारी वकील ने अतिक्रमण हटवाने के लिए मोहलत मांगी, कोर्ट ने मोहलत देते हुए 25 नवंबर को अगली सुनवाई की तिथि निर्धारित की और कहा कि इससे पहले अतिक्रमण हटवा दिया जाए. बुधवार को नायब तहसीलदार आभा चौधरी, नगर पंचायत पाली के अधिशासी अधिकारी जयप्रकाश सिंह यादव पुलिस फोर्स के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे.
चक मार्ग पर रखे एक दर्जन से अधिक खोखे उनके मालिकों ने खुद हटा लिए, बाकी तीन खोखे नहीं हटाया गए. वहीं पक्का निर्माण कर चक मार्ग पर अतिक्रमण किए बृजेश पुत्र सत्य स्वरूप, विनोद कुशवाहा, प्रमोद कुशवाहा पुत्रगण महानंद कुशवाहा के स्थाई अतिक्रमण को प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया.
याची रघुवीर सिंह ने इस कार्रवाई को महज ड्रामा बताया और कहा कि चक मार्ग गाटा संख्या 30 राजकीय कन्या इंटर कॉलेज से गल्ला मंडी के आगे तक जाता है. पूरे चक मार्ग पर अतिक्रमण किया गया है, नगर पंचायत ने स्वयं चक मार्ग पर स्वागत द्वार बनाकर अतिक्रमण किया है जो हटाया नहीं गया है. 25 नवंबर को सुनवाई के दौरान वह कोर्ट के समक्ष प्रशासन की इस खाना पूर्ति वाली करवाई का व्योरा रखेंगे। फिलहाल प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई से सरकारी भूमि पर कब्जा किया लोगों में हड़कंप है.