Uttar Pradesh: पूरे बाल गोविंद तिवारी मजरे दरियाव गांव के रहने वाले सतई की शादी 13 वर्ष पहले मोहनगंज क्षेत्र के कुटमारा गांव की सीमा से हुई थी। वर्षों तक यह रिश्ता सामाजिक रूप से निभता रहा, लेकिन दिल के अंदर कुछ और ही चल रहा था। सीमा का दिल किसी और के लिए धड़कता था, शिवानंद नामक युवक के लिए, जिससे उसका पुराना प्रेम संबंध बताया जा रहा है.
दो दिन पहले जब सतई ने अपनी पत्नी को घर में उसके प्रेमी शिवानंद के साथ देखा, तो भावनाओं का ज्वार फूट सकता था, पर सतई ने समझदारी से काम लिया. उन्होंने न तो हंगामा किया, न कोई आरोप-प्रत्यारोप. ससुर को घर बुलाया और मामले को थाने में ले जाकर औपचारिक रूप से लिखा-पढ़ी कराई. इसके बाद सीमा को मायके भेज दिया गया.
बुधवार को प्रेम कहानी ने एक नया मोड़ लिया. सीमा अपने माता-पिता के साथ तिलोई तहसील पहुंची और वहां नोटरी मैरिज के माध्यम से अपने प्रेमी शिवानंद के साथ कानूनी रूप से विवाह कर लिया. शादी के बाद दोनों साथ ही अपने नए जीवन की ओर निकल पड़े.
सीमा के पिता राम प्रसाद ने स्पष्ट कहा, “मेरी बेटी अपने पहले पति से खुश नहीं थी. वो जिस इंसान से सच्चा प्रेम करती थी, हमने उसी से उसका विवाह करवा दिया. सभी ने मिलकर यह निर्णय लिया और अब कोई विवाद नहीं है.