शेयर बाजार में मंगलवार की शुरुआत जबरदस्त तेजी के साथ हुई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही हरे निशान पर खुले और निवेशकों को शुरुआत में मजबूत रिटर्न की उम्मीद नजर आई। लेकिन यह तेजी दिनभर बरकरार नहीं रह सकी। दोपहर बाद बाजार में अचानक दबाव बढ़ा और प्रमुख इंडेक्स फिसलने लगे।
82,500 के पार निकला सेंसेक्स
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क सेंसेक्स सोमवार के बंद 82,200.34 अंक की तुलना में लगभग 327 अंकों की छलांग लगाकर 82,527 पर खुला। शुरुआती एक घंटे में ही बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। निफ्टी ने भी मजबूती दिखाई और 25 अंकों की तेजी के साथ 25,058 पर पहुंचा।
मध्य सत्र में बदला रुख
हालांकि, दोपहर के बाद मुनाफावसूली का दबाव बाजार पर हावी होता गया। कई दिग्गज कंपनियों के शेयरों में अचानक गिरावट आई, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में चले गए। विश्लेषकों का मानना है कि ग्लोबल संकेतों में कमजोरी और मिड-सेशन प्रॉफिट बुकिंग ने इस बदलाव को जन्म दिया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर धड़ाम
इस गिरावट की अगुवाई देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने की। शुरुआत में शेयर ग्रीन जोन में रहा, लेकिन दोपहर तक इसमें तेज गिरावट दर्ज हुई। कंपनी का शेयर करीब 2% तक लुढ़क गया। इसका सीधा असर सेंसेक्स पर पड़ा, जो रिलायंस का वेटेड कंपोनेंट है।
बजाज फाइनेंस भी हुआ कमजोर
रिलायंस के अलावा बजाज फाइनेंस का शेयर भी हरे निशान पर खुलने के बाद लाल जोन में फिसल गया। दोपहर तक इसमें 1.8% की गिरावट देखी गई। निवेशकों ने इस गिरावट को लेकर चिंता जताई, खासकर तब जब बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में शुरुआती तेजी दिख रही थी।
विश्लेषकों की राय
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि घरेलू निवेशकों की धारणा तो मजबूत बनी हुई है, लेकिन वैश्विक संकेत फिलहाल सतर्कता का संदेश दे रहे हैं। फेडरल रिजर्व की बैठक, डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल की कीमतें भी बाजार की चाल पर असर डाल सकती हैं।
बाजार के उतार-चढ़ाव से यह साफ है कि निवेशकों को फिलहाल सतर्कता बरतनी चाहिए और किसी भी बड़े फैसले से पहले तकनीकी संकेतकों और ग्लोबल ट्रेंड का विश्लेषण करना जरूरी है।