केंद्र सरकार ने ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ शिकायतों पर शो-कॉज नोटिस जारी किया है. सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने हजारों शिकायतें मिलने के बाद एक्शन लिया है. यह नोटिस 3 अक्टूबर को जारी किया गया था जिसमें दावा किया गया कि ओला ने सेवा की कमियों, भ्रामक विज्ञापनों, अनुचित ट्रेड प्रैक्टिस और कंज्यूमर राइट्स का उल्लंघन किया है. ओला को नोटिस का 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है.
ओला इलेक्ट्रिक को अपनी सेवा समस्याओं के चलते काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है, जिसमें कॉमेडियन कुणाल कामरा और ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल के बीच सोशल मीडिया पर नोक-झोंक भी शामिल है. बीते दिन कॉमेडियन कुणाल और भाविश अग्रवाल के बीच एक्स पर वर्ड-वॉर हुआ था, जिसमें ओला ऑनर ने उन्हें सर्विस सेंटर आकर जॉब जॉइन करने का ऑफर दिया था.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इन शिकायतों के बाद भेजा गया शो-कॉज नोटिस
उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन ने 1 सितंबर 2023 से 30 अगस्त 2024 के बीच ओला के ई-स्कूटर्स से संबंधित 10,644 शिकायतें दर्ज की हैं. इनमें से 3,389 मामले सेवा में देरी, 1,899 डिलीवरी में देरी और 1,459 सर्विस को लेकर वादाखिलाफी से संबंधित है.
#JUSTIN: The Central Consumer Protection Authority (CCPA) has served #Ola a showcause notice about 9948 consumer complaints abt NINETEEN grievances. Complaints have been registered from 01/09/23 – 30/08/2024.
Ola's statement to the exchanges + Nature of grievances@livemint
— Alisha Sachdev (@Alisha2494) October 7, 2024
इन शिकायतों ने कंपनी की उत्पादन खामियों, सेकंड-हैंड स्कूटर की बिक्री, रद्द की गई बुकिंग के लिए रिफंड की कमी, सर्विसिंग के बाद लगातार समस्याओं, ओवरचार्जिंग, बिलिंग में गड़बड़ी और बैटरी संबंधित समस्याओं जैसे गंभीर मुद्दों पर पर जोर दिया गया है.
सीसीपीए कर रहा शिकायतों की जांच
उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने बताया कि सीसीपीए ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ कई शिकायतों की जांच कर रहा है, जो कि खासतौर पर खराब सेवा से संबंधित हैं. उन्होंने कहा, “हम आशा करते हैं कि कंपनी इन चिंताओं को जल्द हल करेगी.”
वहीं, ओला इलेक्ट्रिक ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. विवाद और जांच के बीच, कंपनी के शेयरों में करीब 9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जीजे 90.26 रुपये पर पहुंच गई.