गैंगरेप के बाद 18 घंटे तक तड़पती रही महिला, पीएम करने वाली डॉक्टर बोलीं- जब बॉडी आई तो आंतें बाहर थीं…

खालवा थाना क्षेत्र में 45 वर्षीय आदिवासी महिला से सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले में बर्बरता की वजह को लेकर पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। प्रारंभिक जांच में महिला की बच्चेदानी शरीर से बाहर होने जैसी स्थिति से इन्कार किया जा रहा है।

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दूसरी ओर शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होने की बात कही जा रही है। महिला की मौत हादसे के करीब 18 घंटे बाद हुई है। इधर, पीएम करने वाले पैनल में शामिल डॉ. सीमा सूते के अनुसार जब शव आया था तो आंतें बाहर थीं। यह पेट पर लात मारने या अंदरूनी हिस्से में किसी वस्तु से प्रहार करने से हो सकता है।

निर्भया जैसी हैवानियत पर गरमाई सियासत

इस सनसनीखेज मामले को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस इस मुद्दे को निर्भया जैसी हैवानियत बताकर प्रदेश में बेटी व महिलाएं सुरक्षित नहीं होने के आरोप लगा रही है। खालवा की रोशनी पुलिस चौकी अंतर्गत 23 मई की शाम एक आदिवासी ग्राम में 45 वर्षीय महिला के साथ शराब पीने के बाद दो लोगों ने दुष्कर्म और बर्बरता कर उसके शरीर के आंतरिक अंग को बुरी तरह चोट पहुंचाई थी।

इस घटना में गंभीर रूप से घायल पीड़िता की 24 मई को सुबह घर में मौत हो गई थी, तब पुलिस को सूचना दी गई। इससे पहले स्वजन ने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी थी। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर शव को देर रात खंडवा जिला अस्पताल भेजा गया था। यहां रविवार दोपहर दो महिला चिकित्सकों क पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया। वहीं, रोशनी पुलिस ने इस मामले में गांव के दो आरोपितों के विरुद्ध दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पीड़िता का ग्राम में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

बेहोशी की हालत में हरि के घर पर मिली थी मां

महिला के बेटे ने पुलिस को बताया कि मां मुझे बेहोशी की हालत में हरि के घर पर मिली थी। मां ने कहा कि सुनील और हरि ने मेरे साथ गलत किया।

पीड़िता के इन्हीं कथनों के आधार पर पुलिस ने हरि और सुनील को आरोपित बनाया। उल्लेखनीय है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने वाले दोनों आरोपित उसी के गांव परिचित हैं। पीड़िता द्वारा दोनों आरोपित के साथ रात में शराब का सेवन करने की बात भी पुलिस ने कही है।

बेटे से बोली थी- अब मैं नहीं बचूंगी

पीड़िता के बेटे ने बताया कि मां शादी समरोह में गई थी। रात को घर नहीं लौटी। हमें लगा कि वो वहीं रुक गई होगी। गांव की एक महिला ने बताया कि वो हमारे आंगन में बैठी है। तब हम वहां पहुंचे तो मां बेहोश अवस्था में थी। हमने उन्हें पानी पिलाया और होश में लाए। मां ने कहा कि मेरे साथ गलत हुआ है, अब मैं नहीं बचूंगी। सुनील और हरि ने मेरे साथ जबर्दस्ती की।

पूर्व पीसीसी चीफ बोले- बहन-बेटी सुरक्षित नहीं

खंडवा में हुए गैंगरेप के मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा खालवा में दिल दहला देने वाली घटना हुई है। मप्र में हमारी बहन-बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं।

एनसीआरबी के आंकड़ों में महिलाओं से अत्याचार पर हम प्रथम स्थान पर हैं। खालवा कांड को लेकर मुख्यमंत्री, गृह मंत्री एवं क्षेत्र के मंत्री दुष्कर्मियों पर क्या कार्यवाही करेंगे यह प्रदेश की जनता जानना चाहती है। उन्होंने कहा कि दुष्कर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होना चाहिए।

यह है पूरा मामला

रविवार को एएसपी ग्रामीण राजेश रघुवंशी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 23 मई को एक गांव में शादी समारोह में पीड़िता शामिल हुई थी। उसके साथ हरि भी था। शादी समारोह के बाद पीड़िता उसके साथ इसी समारोह में शामिल एक अन्य महिला को उसके घर छोड़ने गई थी। लगभग 6:30 बजे दोनों ने उस महिला को खेत वाले घर पर छोड़ा। उसके बाद पीड़िता हरि के साथ उसके घर पर आई। वहां पर कुछ देर बाद सुनील भी आ गया।

हरि के घर पर सुनील, हरि व पीड़िता को देखा गया था। घटना स्थल पर पुलिस को महिला की बच्चेदानी बाहर निकलने जैसी कोई स्थिति नहीं दिखी। इस संबंध में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी, जिससे अन्य चीजों का खुलासा हो पाएगा। जिला अस्पताल में मेडिकल की फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉ. सीमा सूते और जिला अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. लक्ष्मी डूडबे द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया।

तीनों ने साथ में पी थी शराब

पड़ोस के एक व्यक्ति ने तीनों को रात में शराब पीते हुए देखा। इसके बाद सुबह हरि की मां ने देखा कि पीड़िता घायल अवस्था में उसके आंगन में बैठी हुई थी। इस पर उसने पीड़िता के घर वालों को सूचित किया। पीड़िता के घरवाले आए और घर चले गए। इसके बाद पीडिता ने बताया कि सुनील और हरि ने उसके साथ जबर्दस्ती की।

 

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