राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले (Hanumangarh) में सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां भादरा विधानसभा के गोगामेडी के गांव खचवाना में पत्नी ने अपने पति की हत्या कर लाश घर के टॉयलेट में दफना दी. जब मामले की जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया. पुलिस ने वारदात को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, खचवाना गांव का रहने वाला 42 वर्षीय रूपराम अपने घर से 16 दिनों से लापता था. उसके परिजनों ने थाने में इसकी शिकायत भी की थी. आरोप है कि पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई. परिजनों ने स्थानीय विधायक से गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई. पुलिस ने रूपराम की पत्नी से सख्ती दिखाकर पूछताछ की तो पूरी कहानी सामने आ गई. रूपराम की पत्नी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पुलिस ने परिजनों की आशंका पर घर में बने टॉयलेट को खुदवाया, जिसमें रूपराम का शव मिला. पुलिस ने शव बाहर निकलवाया और कब्जे में लेकर जांच शुरू की. इस दौरान मौके पर एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए. रूपराम के परिजनों का आरोप है कि कई बार पुलिस के सामने गुहार लगाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने पहले ही शक जताया था कि रूपराम की पत्नी ही पति को मार सकती है, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी.
इस वारदात को लेकर पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने बताया कि कहीं न कहीं यह मामला प्रेम-प्रसंग का भी नजर आ रहा है. पुलिस हर एंगल से इसकी जांच कर रही है. इस मामले में मृतक रूपराम की पत्नी को राउंडअप कर लिया गया है. इसमें कई आरोपी और भी हो सकते हैं, जिसकी जांच पड़ताल की जा रही है. जैसे-जैसे जांच में अन्य कोई आरोपी होंगे, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया है.
ग्रामीणों और परिजनों ने सड़क जाम कर की नारेबाजी
इस मामले में ग्रामीण और परिजनों में आक्रोश फैल गया और गोगामेड़ी थाना के बाहर सड़क पर जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. आक्रोशित परिजनों की मांग है कि गोगामेड़ी थाना अधिकारी अजय गिरधर को सस्पेंड किया जाए और घटना के अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाए.
आक्रोशित परिजनों ने मांगें पूरी न होने तक पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया. उनका आरोप है कि रूपराम बेनीवाल करीब 16 दिन से लापता था और गोगामेड़ी पुलिस को सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पुलिस द्वारा आश्वासन दिया गया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी. जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. अगर किसी पुलिसकर्मी की इस मामले में ढिलाई रही है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल इस मामले की जांच भादरा थाना अधिकारी हनुमाना राम बिश्नोई को सौंपी गई है.