Vayam Bharat

मारबर्ग वायरस के बाद अब डिजीज एक्स बनी जानलेवा, क्या दुनियाभर में फिर आएगी नई महामारी?

Marburg Virus and disease x : कोरोना महामारी से पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों की मौत हुई थी. उसके बाद मंकीपॉक्स वायरस भी 100 से ज्यादा देशों में फैला था. अभी भी इसके कुछ केस आ रहे हैं. कुछ सप्ताह पहले मारबर्ग वायरस ने भी दस्तक दी थी. अफ्रीका में ये वायरस तेजी से फैल रहा है. इस बीच अब डिजीज एक्स एक नया खतरा बन गई है. अफ्रीका में डिजीज एक्स के 300 से अधिक मामले आ चुके हैं. इस बीमारी के कारण 140 से अधिक मौतें हो गई है. एक साथ दो जानलेवा बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में WHO ने अलर्ट किया है और लोगों को सावधानी बरनते की सलाह दी है. इन बीमारियों के बढ़ते खतरे को देखते हुए किसी नई महामारी की आशंका भी जताई जा रही है.

Advertisement

WHO ने साल 2018 में डिजीज एक्स को लेकर जानकारी साझा की थी, लेकिन आजतक यह पता नहीं चल सका है कि ये डिजीज किसी वायरस या बैक्टीरिया के कारण होती है. डिजीज एक्स एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में अभी तक कोई खास जानकारी किसी के पास नहीं है.जानकारी के अभाव के बीच डिजीज एक्स जानलेवा बन रही है. चिंता की बात यह है कि अफ्रीका में पहले से हीमारबर्ग वायरस के मामले भी बढ़ रहे हैं. ऐसे में डिजीज एक्स के मामले भी आने से दो बीमारियां एक साथ फैल रही है. ये दोनों ही काफी खतरनाक हैं. इनमें पहले डिजीज एक्स के बारे में जान लेते हैं.

क्या है डिजीज एक्स?

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि डिजीज एक्स एक खतरनाक बीमारी है. इसमें डेथ रेट काफी ज्यादा है. सात महीने पहले ही इस बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया था और अब इसके केस बढ़ रहे हैं. डिजीज एक्स किस वजह से होती है इस बारे में कोई सही जानकारी नहीं है, लेकिन जिन इलाकों में बड़ी आबादी में फ्लू जैसे लक्षण दिख रहे हैं वहां के लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं. ये डिजीज कोविड से भी ज्यादा खतरनाक है.अफ्रीका में इस बीमारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

सात महीने पहले WHO ने कुछ संक्रामक बीमारियों की पहचान कि थी. ये बीमारियां नई महामारी का कारण बन सकती हैं. इन बीमारियों में मारबर्ग, जीका, इबोला वायरस और डिजीज एक्स को सबसे खतरनाक माना गया था. अब डिजीज एक्स और मारबर्ग दोनों के ही मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसलिए किसी नई महामारी की आशंका जताई जा रही है.

 

क्या है मारबर्ग वायरस?

मारबर्ग वायरस का संक्रमण चमगादड़ों से इंसानों में हुआ था. फिर इससे एक से दूसरा इंसान संक्रमित होता है. अफ्रीका में इस वायरस से 60 से अधिक मौतें हो गई हैं. मारबर्ग वायरस को ब्लीडिंग आई डिजीज भी कहते हैं. इस वायरस के कारण शरीर के किसी भी अंग में ब्लीडिंग हो सकती है. इससे संक्रमित होने के बाद अगर गंभीर लक्षण आते हैं तो 10 दिन के भीतर मरीज की मौत हो सकती है. इस वायऱस की आजतक कोई वैक्सीन या दवा नहीं है. डिजीज एक्स की तरह ही मारबर्ग में भी शुरुआत में फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं.

क्या आ सकती है कोई नई महामारी?

महामारी विशेषज्ञ डॉ जुगल किशोर बताते हैं कि अफ्रीका में एक साथ दो वायरस फैल रहे हैं. ये खतरे का संकेत है, हालांकि इनका प्रसार फिलहाल एक ही देश में सीमित है. ऐसे में पैनिक होने की जरूरत नहीं है, लेकिन अलर्ट जरूर रहना होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि मारबर्ग और डिजीज एक्स दोनों ही संक्रामक बीमारियों हैं और इनका प्रसार एक से दूसरे व्यक्ति में हो सकता है. इनको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया था. इसलिए लोगों को सलाह है कि प्रभावित देशों की यात्रा से बचें. अगर आपके परिवार में कोई इन देशों से आया है तो खास सावधानी बरतें.

Advertisements