खरगोन। सनावद में पढ़ाई करने वाले भीकनगांव के सिराली के छात्र पंकज करोड़े की हत्या कर उसका शव खंडवा के भैरूखेड़ा के जंगल में गाड़ दिया गया। छात्र चार दिन से लापता था। पुलिस ने गांव के ही एक दोस्त को गिरफ्तार किया है। इसमें रंजिश और प्रेम प्रसंग के चलते हत्या करने की बात सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार 22 वर्षीय पंकज करोड़े गुर्जर का शव खंडवा जिले के भैरूखेड़ा के जंगल में गाड़ दिया गया था। पुलिस ने रविवार को उसका शव निकाला है। शव पूरी तरह से गल चुका है। पुलिस ने उसके दोस्तों से पूछताछ की है।
दोस्त से हुआ था विवाद
पंकज के स्वजन ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले उसका विवाद गांव के दोस्त प्रदीप से हुआ था। पुलिस ने प्रदीप को पूछताछ के लिए थाने पर बुलाया। सख्ती बरती तो वह टूट गया और दो अन्य दोस्तों के साथ पंकज की हत्या करना कबूल किया। इसमें यह सामने आया कि पंकज ने 17 मई को शाम सनावद से घर सिराली आने के लिए बस पकड़ी। बस दौड़वा गांव (सनावद से 25 किलोमीटर) तक जाती है। यहां से सिराली गांव दस किलोमीटर दूर है। यहां से दोस्त ही उसे बाइक से लेने यहां तक आया था। वह दौड़वा से उसे गांव न ले जाकर धनगांव के पास भैरूखेड़ा गांव की ओर ले गया।
पुलिस के अनुसार हत्याकांड को चार दिन हो चुके हैं। रविवार की रात भीकनगांव पुलिस मौके पर पहुंची तो गड्ढे से केवल हाथ दिखाई दे रहा था। शव को निकाला तो स्वजनों ने पंकज के रूप में शिनाख्त की। सोमवार को सुबह पुलिस वापस घटनास्थल पर पहुंची और गड्ढा खोदकर शव को बाहर निकाला। चार दिन में शव पूरी तरह गल चुका था। एफएसएल टीम ने जांच कर सबूत जुटाए हैं।
पिता को फोन किया और घर नहीं पहुंचा,मोबाइल भी बंद
स्वजनों ने पंकज सनावद में बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। पिता पूनमचंदन करोड़े किसान हैं और छोटा भाई चंदन इंदौर में पढ़ाई कर रहा है। पंकज ने 17 मई को फोन किया था। इसमें बताया कि वह घर आ रहा है। रात 10 बजे तक वह घर नहीं पहुंचा। उसका मोबाइल भी बंद हो गया। 18 मई को स्वजन उसकी तलाश करते रहे और रात में भीकनगांव पुलिस से गुमशुदगी की शिकायत की। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और हत्या का खुलासा हुआ।
दोस्त को गिरफ्तार किया है
पंकज की हत्या के मामले में गांव के ही उसके दोस्त प्रदीप को गिरफ्तार किया है। रंजिश और प्रेम प्रसंग का मामला लग रहा है। जांच कर रहे हैं। हत्या में अन्य लोगों के शामिल होने की भी जांच कर रहे हैं। -राकेश आर्य, एसडीओपी, भीकनगांव