ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब पाकिस्तान पर होगी डिप्लोमेसी स्ट्राइक, सांसदों के 8 ग्रुप 8 देशों को बताएंगे हकीकत

ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने के लिए सरकार ने सांसदों के एक दल को विदेश भेजने का फैसला किया है. इसके बाद अब संसदीय कार्य मंत्रालय ने सभी राजनीतिक दलों से बातचीत शुरू कर दी है. शुक्रवार से संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू सभी पार्टियों के संसदीय दल के नेताओं से संपर्क कर रहे हैं. संसदीय कार्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर सांसदों के दल का समूह बनाने की कवायद शुरू की है.

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में सांसदों के 8 ग्रुप बनाए जाएंगे. सांसदों के ये 8 ग्रुप, 8 अलग-अलग देशों का दौरा कर भारत का पक्ष रखेंगे. 8 ग्रुप में हर पार्टी के सांसदों होंगे. इन ग्रुप को विदेश भेजने का मकसद पाकिस्तान के साथ हालिया सैन्य संघर्ष के बाद वैश्विक स्तर पर भारत का पक्ष रखना है. इसे लेकर कांग्रेस का कहना है कि सरकार की इस पहल का वो हिस्सा होगी.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का बयान

इस मामले को लेकर अभी तक सरकार की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है. हालांकि, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीटीआई को बताया कि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से इस बारे में बात की है. इसके साथ ही उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर दो सर्वदलीय बैठकों की अध्यक्षता करने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं वो संसद का विशेष सत्र बुलाने पर राजी नहीं हुए.

बीजेपी लगातार कांग्रेस को बदनाम कर रही

जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस सामूहिक संकल्प दिखाने और 22 फरवरी 1994 को संसद द्वारा सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को दोहराने की मांग कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस को बदनाम कर रही है. जबकि कांग्रेस ने एकता और एकजुटता की बात की है. अब अचानक प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भारत का रुख बताने के लिए अलग-अलग दलों के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को विदेश भेजने का फैसला किया है.

कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करती

उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा देश हित के साथ खड़ी रहती है. भाजपा की तरह कभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करती है. इसलिए कांग्रेस इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा होगी. बता दें कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी. इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था.

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