पहलगाम हमला के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, चारधाम यात्रा के लिए 6000 पुलिसकर्मी तैनात 

पिछले दिनों (22 अप्रैल) पहलगाम में हुए आतंकी (pahalgam terror attack) हमले को देखते हुए उत्तराखंड में शुरू हो रही चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए इस बार कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. यात्रा 1 मई, बुधवार से शुरू हो रही है. राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) दीपम सेठ ने मंगलवार को जानकारी दी कि यात्रा मार्गों पर करीब 6000 पुलिसकर्मी, 17 कंपनियां पीएसी (Provincial Armed Constabulary) और 10 कंपनियां अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है.

अलर्ट पर खुफिया एजेंसियां

DGP ने बताया कि दुर्घटना संभावित 65 से अधिक स्थानों पर एसडीआरएफ (SDRF) के जवान भी तैनात किए जाएंगे. इसके अलावा, ट्रैफिक को सुचारु रखने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे. खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट पर रहेंगी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाएगी.

60 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद

इस साल चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड 60 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. पिछले साल 48 लाख श्रद्धालु आए थे, जबकि उस समय भारी बारिश के कारण केदारनाथ ट्रैक मार्ग को नुकसान पहुंचने से यात्रा दो सप्ताह से ज्यादा समय के लिए बाधित रही थी.

केदारनाथ के कपाट 2 मई को खोले जाएंगे

चारधाम यात्रा की शुरुआत बुधवार को उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने से होगी. केदारनाथ के कपाट 2 मई और बद्रीनाथ के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे.

पूरे यात्रा क्षेत्र को 15 सुपर जोन में बांटा गया है और 2000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके साथ ही गढ़वाल रेंज स्तर पर एक इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर भी स्थापित किया गया है. DGP सेठ ने ऋषिकेश के ट्रांजिट कैंप में यात्रियों से मिलकर फीडबैक भी लिया और उन्हें निर्भय होकर यात्रा करने का भरोसा दिलाया.

बद्रीनाथ धाम में फोटो और वीडियो लेने पर 5000 का जुर्माना

चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने इस बार बद्रीनाथ धाम में कई नई व्यवस्थाएं लागू की हैं. मंदिर परिसर में अब वीडियो कॉलिंग करने और फोटो खींचने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. अगर कोई श्रद्धालु इस नियम का उल्लंघन करता है तो उस पर ₹5000 का जुर्माना लगाया जाएगा.

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