भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को भारतीय सेना के खिलाफ असत्यापित दावे करने के आरोप में चीनी सरकार के माउथपीस ग्लोबल टाइम्स के एक्स हैंडल को ब्लॉक कर दिया है. ग्लोबल टाइम्स के खिलाफ इस कार्रवाई के बाद भारत ने चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ (Xinhua) पर भी शिकंजा कसा है.शिन्हुआ के एक्स अकाउंट को भारत सरकार ने यह कहते हुए ब्लॉक कर दिया है कि चीनी न्यूज एजेंसी भारत के खिलाफ पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा चला रही थी.
ग्लोबल टाइम्स का अकाउंट ब्लॉक करने से पहले भारत ने उसे चेताया भी था कि वो झूठी और भ्रामक खबरें न चलाए बल्कि पूरी तरह जांच-परख के बाद ही खबरें प्रकाशित करे. दरअसल, भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चीन का अखबार भ्रामक खबरें चला रहा था.
इसे लेकर चीन स्थित भारतीय दूतावास ने एक एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, ‘डियर ग्लोबल टाइम्स, हम आपको सलाह देते हैं कि इस तरह की गलत सूचना फैलाने से पहले तथ्यों की जांच करें और अपने सूत्रों की विश्वसनीयता की पुष्टि करें.’
दूतावास की तरफ से आगे कहा गया, ‘ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में कई पाकिस्तान समर्थक एक्स हैंडल आधारहीन दावे कर रहे हैं जो जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. जब मीडिया आउटलेट बिना स्रोतों की जांच किए ऐसी जानकारियां साझा करते हैं तो यह जिम्मेदारी और पत्रकारिता की नैतिकता में गंभीर चूक को दिखाता है.’
पाकिस्तान के झूठे दावों पर खबर चला रहा था ग्लोबल टाइम्स
ग्लोबल टाइम्स ने पाकिस्तानी वायु सेना के झूठे दावों के आधार पर खबर चलाई थी.
भारतीय दूतावास ने प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो (PIB) की एक फैक्ट चेक पोस्ट का हवाला दिया जिसमें पाकिस्तान समर्थक हैंडलों की तरफ से फैलाई जा रही गलत जानकारी का खुलासा किया गया था.
PIB के फैक्ट चेक पोस्ट में कहा गया था, ‘पाकिस्तान समर्थक हैंडल पुरानी तस्वीरों को मौजूदा संदर्भ में दुरुपयोग कर रहे हैं. इनसे सावधान. एक पुरानी तस्वीर, जिसमें विमान को दुर्घटनाग्रस्त दिखाया गया है, को यह कहकर फैलाया जा रहा है कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर के पास एक भारतीय राफेल जेट को मार गिराया.’
पोस्ट में आगे कहा गया, ‘यह तस्वीर 2021 में पंजाब के मोगा जिले में भारतीय वायु सेना के मिग-21 फाइटर जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुरानी घटना की है.’ भारतीय दूतावास ने इसे गैर-जिम्मेदाराना और पत्रकारिता के नियमों के खिलाफ बताया था.
दूतावास ने तब ग्लोबल टाइम्स को चेताते हुए कहा था कि ऐसी गलत खबरों पर वो नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर जवाब देगा.