राधिका खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा के दौरान मुझे सुशील आनंद शुक्ला ने शराब ऑफर की। भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ छोड़ दो। राजीव भवन में मुझे बंद किया गया, मैं चीखती-चिल्लाती, गुहार लगाती रही। मुझे गालियां दी गई। मैंने ये बात सचिन पायलट, भूपेश बघेल और जयराम रमेश को बताई लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस्तीफे के बाद दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राधिका खेड़ा ने बयान दिया है।
इस पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आरोप तो कोई भी लगा सकता है। मैसेज दिल्ली भेजा गया है, AICC आगे फैसला करेगी।
इससे पहले राधिका खेड़ा ने कहा था कि मैं अयोध्या धाम दर्शन करने गई थी। रामलला का दर्शन करने पर विरोध इस कदर से होगा, मैंने कभी नहीं सोचा था। जब से रामलला के दर्शन करके आई हूं, मुझे निरंतर विरोध का सामना करना पड़ा।
नेट्टा डिसूजा ने कॉल कर डांटा- राधिका खेड़ा
राधिका खेड़ा ने कहा पिछले डेढ़ महीने से लगातार हमारी जब स्ट्रेटजी डिस्कस होती थी तो कहा जाता था कि हर चीज को घुमा फिरा के संविधान पर ले आओ उसके बाद जो कर्नाटक प्रकरण हुआ तो कहा गया कि बीजेपी को कर्नाटक वाले मुद्दे पर घेरो।
आप कर्नाटक की बात करते हैं, आप मणिपुर की बात करते हैं, महिला पहलवानों की बात कर रहे हैं लेकिन घर में जो महिला नेत्री के साथ हो रहा है उसको लेकर एक-एक महिला नेत्री ने चुप्पी साध ली। महिला कांग्रेस के अध्यक्ष, सुप्रिया श्रीनेत किसी ने कुछ नहीं कहा। बल्कि पूर्व महिला कांग्रेस के अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने इस घटना के बाद मुझे कॉल कर कर डांटा और कहा कि यह क्या कर रही हो।
मैं हिंदू हूं.. सनातन धर्म की अनुयायी
राधिका ने कहा कि मैं एक हिंदू हूं, मैं एकसनातन धर्म की अनुयायी हूं, इसलिए मुझे न्याय नहीं मिला। क्या आपकी (कांग्रेस) लड़ाई रामलला से है या आपकी लड़ाई किसी राजनीतिक दल से है? इस पार्टी को फैसला करना होगा। मैंने 6 दिनों तक इंतजार किया और न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए 22 साल बाद मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
इससे पहले रविवार शाम को कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना इस्तीफा पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं और अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं। हां मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं, और वही अब मैं कर रहीं हूं। अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी।’
दरअसल, राधिका खेड़ा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं के बीच विवाद हुआ था। मामला मंगलवार का बताया जा रहा है, जब मीडिया में बयान देने को लेकर नेताओं में विवाद हो गया। कहा जा रहा है कि रायपुर में कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में राधिका खेड़ा स्थानीय नेताओं और प्रवक्ताओं के साथ मौजूद थीं, विवाद तभी हुआ। अटकलें हैं कि राधिका भाजपा ज्वाइन कर सकती हैं।