सवारी, लोडिंग के बाद अब पुलिस में महकमे में आई टिर्री… यहां के पुलिसवाले चलाएंगे ई-रिक्शा!

ई-रिक्शा को अब सिर्फ सवारी ढोने वाला वाहन समझने की भूल मत कीजिए. सोशल मीडिया पर कई ऐसी वीडियोज हैं जिसमें ई रिक्शा लोडिंग और रोलर का काम कर रहा है, यहां तक कि ई-रिक्शा की एम्बुलेंस भी आ गई है. चौंकाने वाली ये है कि अब ई-रिक्शा पुलिस काफिले में भी शामिल हो गया है.

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दरअसल, रायपुर में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए रायपुर ट्रैफिक पुलिस ने ई-रिक्शा पर गश्त देने का फैसला लिया है. रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के निर्देशों के तहत यह पहल शुरू की गई है और इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. ई रिक्शा में एक सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली लगी है जो यात्रियों से हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, यातायात संकेतों का सम्मान करने और लापरवाही से वाहन चलाने से बचने की अपील करती है.

एएसपी ट्रैफिक प्रशांत शुक्ला ने कहा, “वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार, हमने नागरिकों में यातायात जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए यह पहल शुरू की है. ई-रिक्शा भीड़-भाड़ वाले इलाकों से गुज़रता है और लोगों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील करते हुए लगातार उद्घोषणा करता है.”

यातायात नियमों के उल्लंघन के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. पार्किंग से जुड़े मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. एसपी ने आगे कहा, “जागरूकता के साथ-साथ, हम नो-पार्किंग और अवैध पार्किंग के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई कर रहे हैं. इस तरह के उल्लंघन न केवल यातायात को बाधित करते हैं, बल्कि जान-माल को भी जोखिम में डालते हैं. हमारा उद्देश्य सुगम यातायात सुनिश्चित करना और भीड़भाड़ को कम करना है.”

अभी सिर्फ एक ही रिक्शा चलाया जाएगा

फिलहाल, प्रायोगिक तौर पर केवल एक ई-रिक्शा चलाया गया है. अगर यह अभियान सफल रहा और जनता से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, तो शहर भर में ऐसे और वाहन चलाए जाएंगे. रायपुर में वाहनों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि और सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते मामलों को देखते हुए, अधिकारियों का मानना है कि इस तरह से वे नागरिकों को स्वेच्छा से यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. उनका कहना है कि जागरूकता और सख्त अनुपालन का संयोजन स्थायी सड़क अनुशासन स्थापित कर सकता है.

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