अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से लगाए गए आरोपों को सेबी ने खारिज कर दिया है. मार्केट रेगुलेटर ने गौतम अडानी को इस मामले में क्लीन चिट दे दी है. इस पर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वाउ! सेबी इंडिया ने अडानी ग्रुप को क्लीन चिट दे दी है. विश्वास नहीं हो रहा है. इसकी उम्मीद कभी नहीं थी. जिस पर अडानी ग्रुप के सीएफओ ने मजाकिया अंदाज में रिप्लाई किया है.
महुआ मोइत्रा ने 19 सितंबर 2025 की सुबह को एक्स अपने पोस्ट में सेबी के फैसले पर तंज कसते हुए लिखा कि क्या यह वास्तव में हो गया है. उसी पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए अडानी ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने कहा कि माननीय सांसद महोदया को पूजा फेस्टिवल की हार्दिक शुभकामनाएं. ग्रुप के सीएफओ की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
सेबी ने दी क्लीन चिट
नियामक के ने कहा कि अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स या समूह की अन्य कंपनियों द्वारा धोखाधड़ी, बाजार में हेरफेर या अंदरूनी व्यापार का कोई सबूत नहीं मिला है. सेबी के 350 पन्नों के आदेश में यह निष्कर्ष निकाला गया कि जिन सभी लेन-देनों की जांच की गई, वे उस समय लागू कानूनों के अनुरूप थे और उन्हें धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार व्यवहार निषेध नियमों के उल्लंघन के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है. इस फैसले के बाद के बाद शुक्रवार को अडानी के शेयरों में तगड़ी तेजी देखने को मिल रही है.
आरोप आधारहीन थे- गौतम अडानी
अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने कहा हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए सारे आरोप आधारहीन थे. उन्होंने कहा कि विस्तृत जांच के बाद, सेबी ने उस बात की पुष्टि की है जो हम हमेशा से कहते आए हैं कि हिंडनबर्ग के दावे निराधार थे. ट्रांसपैरेंसी और ईमानदारी हमेशा से अडानी ग्रुप की पहचान रही है. अडानी ने कहा कि हम उन निवेशकों का दर्द गहराई से महसूस करते हैं जिन्होंने इस धोखाधड़ी और गलत इरादे से पेश रिपोर्ट के कारण अपने पैसे गंवा दिए.