गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को एक और झटका लगा है. इंदौर लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है.
गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को एक और झटका लगा है. इंदौर लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. यही नहीं, कांग्रेस छोड़कर अक्षय बम ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इसकी जानकारी दी है.
कैलाश विजयवर्गीय ने अक्षय बम के साथ सेल्फी शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है.
बता दें कि इंदौर लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए 25 अप्रैल तक नामांकन भरे गए थे. नाम वापसी के लिए 29 अप्रैल दिन आखिरी दिन था. इससे पहले कांग्रेस को कुछ खबर लग पाती तब तक कैलाश विजयवर्गीय ने इस ऑपरेशन को अंजाम दे दिया. इंदौर में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 13 मई को होगा और मतगणना 4 जून को संपन्न होगी.
मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई यानी इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा चुनाव उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने बीते 24 अप्रैल को ही अपना नामांकन दाखिल किया था. हलफनामे में बम ने अपनी कुल प्रॉपर्टी 57 करोड़ रुपए बताई. खास बात यह है कि कांग्रेस उम्मीदवार के कोई कार नहीं है. वह 14 लाख रुपए की घड़ी पहनते हैं.
कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के पास चल संपत्ति 8.50 करोड़ रुपए तो अचल संपत्ति 46.78 करोड़ रुपए है. पेशे से बिजनेमैन बम की सालाना आय 2.63 करोड़ है. साथ ही 41 किलो चांदी व 275 ग्राम सोना भी रखते हैं.
अक्षय कांति बम की पत्नी रिचा बम 3 किलो सोने और 9.3 किलो चांदी रखती हैं. वह कुल 21 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. पूरे बम परिवार पर पत्नी और दो बच्चों सहित कुल 78 करोड़ की संपत्ति है.
अक्षय कांति बम की पढ़ाई इंदौर के डेली कॉलेज से CBSE बोर्ड से हुई है. फिर मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से बम ने बीकॉम किया. इसके बाद इंदौर के पीएमबी आर्ट एंड लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की. बम ने कानून शिक्षा के बाद श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर से एमबीए और पिलानी की श्रीधर यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट में PhD की.