बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा और इस्कॉन के पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद 2 और हिंदू पुजारियों को गिरफ्तार किया गया है. चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने आजतक को बताया कि 2 और हिंदू पुजारियों को गिरफ्तार किया गया है. पुजारियों की पहचान रुद्रप्रोति केसब दास और रंगनाथ श्यामा सुंदर दास के रूप में की गई है, दोनों को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे जेल में चिन्मय दास को खाना और दवा देने गए थे.
प्रवर्तक संघ के प्रमुख स्वतंत्र गौरांग दास ने कहा कि मुझे एक वॉयस रिकॉर्डिंग से पता चला कि हमारे 2 सदस्यों को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वे जेल में चिन्मय कृष्ण को खाना देने गए थे. गिरफ्तार भक्तों ने रिकॉर्डिंग के जरिए हमें बताया कि ‘उन्हें’ कोतवाली पुलिस स्टेशन द्वारा गिरफ्तार किया गया है. एक अन्य वॉयस मैसेज में कहा गया कि ‘उन्हें जेल भेजा जा रहा है.
एक बांग्लादेशी पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुजारियों को चल रही जांच में संदिग्ध माना जा रहा है, लेकिन उन्होंने मामले के बारे में कोई विवरण नहीं दिया.
पीटीआई के मुताबिक चिन्मय कृष्ण दास के दो सहयोगियों को चटगांव के ईस्ट बंदरगाह शहर से गिरफ्तार किया गया है, कुंडलीधाम मठ के प्रवक्ता प्रोफेसर कुशल बरुन चक्रवर्ती ने कहा कि चिन्मय दास के सहयोगियों को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे बंदरगाह शहर में जेल में बंद चिन्मय दास के लिए खाना ले जा रहे थे. दोनों को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया.
बता दें कि बांग्लादेश के इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के पूर्व सदस्य हिंदू पुजारी चिन्मय दास को सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था, मंगलवार को राजद्रोह के एक मामले में चटगांव की अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया और जेल भेज दिया था.
अगस्त में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद से हिंदू समुदाय के सदस्यों पर कड़ी कार्रवाई की गई है. रिपोर्टों के अनुसार 200 से ज्यादा मंदिरों को भी निशाना बनाया गया है. इसी सप्ताह बांग्लादेश के अधिकारियों ने इस्कॉन से जुड़े 17 लोगों के बैंक खातों को फ्रीज करने का आदेश दिया, जिसमें चिन्मय कृष्ण दास का खाता भी शामिल है.