मेयर मीनल बोलीं- MIC में कोई कवासी लखमा जैसा नहीं:MIC घोषणा के बाद पार्षदों में नाराजगी पर कही बात; देखिए 14 सदस्यों की प्रोफाइल

रायपुर नगर निगम की मेयर मीनल चौबे ने अपनी टीम बना ली है। सोमवार को 14 MIC मेंबर घोषित किए गए। इसमें पूर्व मेयर एजाज ढेबर को हराने वाले अमर गिदवानी को भी मौका मिला है। वहीं सीनियर पार्षदों ने प्रमुख विभाग नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है।

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इधर MIC बनने के बाद मीनल चौबे ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि, हमारी टीम में कोई कवासी लखमा जैसा नहीं है। दरअसल, मीनल से सवाल किया गया कि MIC में कोई रबर स्टाम्प की तरह तो काम करने वाला नहीं चुना गया।

जिसका जवाब देते हुए मीनल ने कहा कि भाजपा में ऐसा नहीं होगा। राजनीति में अनुभव मायने रखता है। हमारे सारे MIC सदस्य बेहतरीन काम करेंगे और जनता को अच्छा परिणाम देंगे।

नए पार्षदों को बड़ा विभाग देने से नाराजगी

मेयर इन काउंसिल की घोषणा के बाद कुछ सीनियर पार्षदों में नाराजगी भी देखने को मिली। MIC सदस्य ने कहा कि जो अनुभवी पार्षद रहते हैं, उन्हें नगर निगम के पांच मुख्य विभाग में से एक विभाग दिया जाता है। जो सामान्य सभा को संभाल कर रखते हैं। पहली बार चुनाव जीत कर आने वाले पार्षद को बड़ा विभाग दिया गया है। पार्षद ने कहा कि इस बारेमें वे संगठन में बात रखेंगे।

पांच महिला पार्षदों को मौका

पहली बार MIC में पांच महिला पार्षदों को शामिल किया गया है। पेशे से गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. अनामिका सिंह, संजना हियाल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष पांडे की पत्नी सुमन पांडे, दो बार की पार्षद सरिता आकाश दुबे, पूर्व में जोन अध्यक्ष गायत्री चंद्राकर को टीम में लिया गया है। MIC में करीब 36% जगह महिलाओं को मिली है।

मूणत के विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा MIC में सदस्य

मेयर इन काउंसिल में सबसे ज्यादा 5 सदस्य रायपुर पश्चिम विधानसभा से लिए गए हैं। उत्तर, दक्षिण और ग्रामीण विधानसभा से तीन-तीन पार्षदों को महापौर परिषद में जगह मिली है। मीनल की टीम में चारों विधायकों और रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल की पसंद का ख्याल रखा गया है

रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत अपने विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा सदस्यों को MIC में लाने में सफल रहे। वहीं महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी पश्चिम क्षेत्र के MIC सदस्यों को दी गई है। इसकी वजह बताई जा रही है कि महापौर मीनल चौबे रायपुर दक्षिण विधानसभा से आती हैं। सभापति सूर्यकांत राठौर उत्तर विधानसभा से हैं। इसलिए बैलेंस करने के लिए रायपुर पश्चिम विधानसभा से ज्यादा पार्षदों को एमआईसी में मौका दिया गया है।

जल्द होगी जोन अध्यक्षों की नियुक्ति

जिन पार्षदों को MIC में जगह नहीं मिल पाई है, उन्हें जोन अध्यक्ष बनाकर एडजस्ट किया जाएगा। मेयर मीनल चौबे ने कहा कि रायपुर के सभी विधायकों, रायपुर सांसद की पसंद से चर्चा के बाद नए-पुराने पार्षदों के सामंजस्य से MIC के सदस्य चुने गए हैं।

जितने भी पार्षद जीत कर आए हैं सभी योग्य हैं। हमारी बाध्यता है कि MIC में 14 सदस्यों को ही लिया जा सकता है। मीनल ने कहा कि निगम आयुक्त और सचिव से आग्रह करती हूं कि वे जल्द से जल्द जोन अध्यक्षों की प्रकिया को पूरा करें। जोन अध्यक्ष का दायित्व लेने के लिए हमारे पार्षद तैयार हैं। हमारी कोशिश रहेगी आने वाले 2 दिनों में जोन अध्यक्षों की नियुक्ति हो जाए।

इसलिए MIC की घोषणा में हुई देरी

MIC घोषणा में हुई देरी को लेकर मेयर मीनल चौबे ने बताया कि 13 मार्च हमारी आखिरी तारीख थी। हमने 13 मार्च को सचिवालय में सभी नामों को जमा कर दिया था। उसमें शाम हो गई थी। कार्यालय समय समाप्त हो गया था। 14 से लेकर 17 मार्च तक छुट्टी थी। सोमवार को प्रथम कार्यालय दिवस पर हमें आदेश मिला है और MIC की घोषणा की गई है।

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