कथावाचक कांड के बाद इटावा के दांदरपुर में बवाल! ‘अहीर रेजिमेंट’ के लोगों की पुलिस से झड़प, पत्थरबाजी-फायरिंग

यूपी के इटावा में माहौल तनावपूर्ण हो गया है. यादव कथावाचकों से बदसलूकी के मामले में ‘अहीर रेजिमेंट’ के लोग भारी संख्या में दांदरपुर गांव पहुंचने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो भीड़ ने उनपर पथराव कर दिया. जिसके चलते पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.

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हालात ऐसे हो गए कि दारोगा को कई राउंड हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी. घटना का वीडियो सामने आया है. पत्थरबाजी में पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई. मौके पर भारी फोर्स मौजूद है. फिलहाल, शांति-व्यवस्था कायम है.

आपको बता दें कि हाल ही में दांदरपुर गांव में यादव कथावाचकों से बदसलूकी हुई थी. इसको लेकर ब्राह्मण और यादव पक्ष के लोगों आमने-सामने हैं. इसी बीच आज गगन यादव की अगुवाई में ‘अहीर रेजिमेंट’ के लोग गांव में घुस रहे थे. पुलिस फोर्स ने उन्हें रोका तो भीड़ भड़क उठी और पुलिस पर ही पथराव शुरू कर दिया. भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने लाठी-डंडे और ईंट-पत्थरों से पुलिस की गाड़ी भी तोड़ डाली. ऐसे में पुलिस को अपने बचाव में हवाई फायरिंग करनी पड़ी.

हालांकि, इस दौरान पुलिस फोर्स कुछ देर के लिए बैकफुट पर आती दिखी. लेकिन सीनियर अधिकारियों ने मोर्चा संभाला तो उपद्रवी पीछे हटे. पुलिस ने दौड़ाकर कई उपद्रवियों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया. पुलिस एक्शन के बाद भीड़ तितर-बितर हो गई. लोग इधर-उधर भागते नजर आए. अब पुलिस वीडियो के माध्यम से फरार उपद्रवियों को खोज रही है.

मामले में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, श्रीशचंद्र ने बताया कि कुछ लोगों के द्वारा उपद्रव करने की कोशिश की गई थी. हालांकि, तत्काल ही इन सबको नियंत्रण में कर लिया गया. शांति-व्यवस्था कायम है. दर्जन भर लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कानून के अनुसार इनपर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने कोई एक्शन नहीं किया. गांव के बाहर फोर्स पहले से तैनात थी. तभी सड़क पर कुछ लोग उतर आए और अशांति फैलाने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें काबू में किया. कुछ गाड़ियां भी सीज की गई हैं.

मालूम हो कि दांदरपुर गांव में 21 जून को कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके साथी संत कुमार यादव के साथ दुर्व्यवहार किया गया था. मारपीट के बाद संत यादव का सिर भी मुड़वा दिया गया था. आरोप था कि इन्होंने जाति छिपाकर कथा कही और महिला से छेड़खानी की. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने 23 जून को गांव के चार आरोपी ब्राह्मण युवकों को गिरफ्तार कर लिया. फिर इसके बाद कथा आयोजक पक्ष ने कथावाचकों पर भी रिपोर्ट दर्ज करा दी. मामले में अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार को घेरा था. पीड़ित कथावाचकों को सम्मानित भी किया.

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