गुजरात के महिसागर में एक महिला को उसके पति ने व्हाट्सऐप पर तीन तलाक दे दिया, जिसके बाद महिला न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रही है. पीड़ित महिला पिछले नौ सालों से अपने पति जावेद मुस्ताक कोठारी के साथ रह रही थी, लेकिन संतान न होने के कारण उसे पति और परिवार के अन्य सदस्यों से शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता था.
इस घटना के बाद महिला ने लुणावाड़ा महिला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें पति और उसके परिवार पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और न्याय की मांग की है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उसे तुरंत जमानत पर रिहा भी कर दिया गया.
महिला ने मांगी इच्छा मृत्यु
इससे आहत होकर पीड़ित महिला ने राष्ट्रपति, गृह विभाग, मुख्यमंत्री और महिसागर जिले के एसपी को पत्र लिखकर न्याय की मांग की और न्याय न मिलने पर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है. महिला का कहना है कि उसके पिता की आर्थिक स्थिति कमजोर है, जिसके कारण वह इस अन्याय के खिलाफ लंबे समय से आवाज नहीं उठा सकी, लेकिन अब वह न्याय के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
वहीं इस मामले को लेकर महिसागर के डिप्टी एसपी कमलेश वसावा ने कहा कि पुलिस द्वारा आरोपी को तुरंत जमानत देने की प्रक्रिया की जांच की जा रही है. डिप्टी एसपी ने कहा कि तीन तलाक के मामलों में जमानत केवल मजिस्ट्रेट द्वारा दी जा सकती है, और वह भी पीड़िता की स्थिति को सुनने के बाद. यदि इस प्रक्रिया में कोई अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
महिला से पुलिस ने किया संपर्क
पुलिस अब पीड़ित महिला से संपर्क करके उसे समझाने का प्रयास कर रही है ताकि उसे यह महसूस हो सके कि उसकी आवाज सुनी जा रही है और उसे न्याय मिलेगा. इस मामले में महिला की इच्छामृत्यु की मांग ने आम लोगों का ध्यान भी अपनी तरफ खींचा है.