देश में पहलगाम अटैक के बाद आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. इसी के चलते देश के खिलाफ जहर उगलने वाले लोगों पर एजेंसियां लगातार शिकंजा कस रही हैं. नफरत फैलाने वाले और देश विरोधी पोस्ट करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर खास नजर रखी जा रही है.
देश के बाहर से चल रहे इन सोशल मीडिया अकाउंट पर एजेंसियां लगातार एक्शन ले रही है. NIA इस साइबर वार से निपटने के लिए लगातार एक्शन में है. राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए NIA की एक टीम लगातार सोशल मीडिया पर ऐसे कंटेंट की मॉनिटरिंग कर रही है.
NIA रख रही नजर
मॉनिटरिंग करने के लिए AI टूल्स का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके जरिए देशद्रोही कंटेंट, आतंकी प्रचार, फेक न्यूज, अफवाह, सांप्रदायिक नफरत या अश्लील कंटेंट की पहचान की जाती है. संदिग्ध अकाउंट के पोस्ट, मैसेज, शेयरिंग हिस्ट्री, IP एड्रेस का रिकॉर्ड तैयार किया जाता है.
स्क्रीनशॉट, लिंक और तकनीकी मेटाडेटा सेव किए जाते हैं, ताकि बाद में कोर्ट या कंपनियों को दिखाया जा सके. एजेंसी सोशल मीडिया कंपनी जैसे Meta, X, YouTube, Telegram को Blocking Request भेजती है. ये अनुरोध आमतौर पर भारतीय कानून की अलग-अलग धाराओं के तहत किए जाते हैं.
कौन से अकाउंट निशाने पर?
एजेंसी गृह मंत्रालय के जरिए भी एकाउंट ब्लॉक करवाती है. किस तरह के सोशल मीडिया अकाउंट NIA के निशाने पर है. एनआईए के निशाने पर खालिस्तानी, ISIS समर्थक, चीन और पाकिस्तान से संचालित प्रो-पेगेंडा अकाउंट्स, विदेश में बैठे गैंगस्टर के अकाउंट हैं.
किस साल कितने अकाउंट्स/URLs ब्लॉक हुए?
- 2014 – 471
- 2015 – 500
- 2016 – 633
- 2017 – 1,385
- 2018 – 2,799
- 2019 – 3,635
- 2020 – 9,849
- 2021 – 6,096
- 2022 – 6,775
- 2023 – 12,483
- 2024 सितंबर तक – 8,821
प्लेटफॉर्म वाइज (202124)
- फेसबुक पर कुल 4,60011,000 यूआरएल ब्लॉक हुए
- X (पहले Twitter) पर 10,139 यूआरएल ब्लॉक हुए
- यूट्यूब पर 2,200 यूआरएल ब्लॉक हुए.
- इंस्टाग्राम पर 2,198 अकाउंट ब्लॉक हुए.
- WhatsApp & Telegram: सैकड़ों अकाउंट्स/URLs ब्लॉक हुए . इसी के साथ ऑपरेशन सिंदूर के दौरान करीब 8 हजार पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक किया गया.