बर्खास्त B.Ed सहायक शिक्षकों का आंदोलन खत्म:सीएम से मुलाकात के बाद मिला समायोजन का भरोसा, 126 दिनों तक चला प्रदर्शन

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार 18 अप्रैल को नया रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य मुलाकात की। यह मुलाकात पिछले 126 दिनों से सेवा, सुरक्षा एवं समायोजन की मांग को लेकर चल रहे धरना- प्रदर्शन के संबंध में हुई। सीएम श्री साय से आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया है।

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बीएड प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई है, रिक्त पदों पर भर्ती की आश्वासन देने के बाद आंदोलन सशर्त स्थगित कर दिया गया है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, प्राइमरी स्तर के बच्चों को पढ़ाने के लिए D.Ed अनिवार्य है। इसके चलते B.Ed डिग्रीधारियों को अयोग्य करार देते हुए बर्खास्त कर दिया गया था. हालांकि, इससे पहले राज्य सरकार ने इन शिक्षकों की सशर्त नियुक्ति दी थी, जिसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया था कि, उनकी नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के अंतिम फैसले पर निर्भर रहेगी।

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को सहानुभूतिपूर्वक सुना

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को सहानुभूतिपूर्वक सुना और बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र समायोजन की दिशा में सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री के इस आश्वासन का सम्मान करते हुए समस्त बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों ने आंदोलन को सशर्त स्थगित करने का निर्णय लिया है। सहायक शिक्षकों ने कहा कि हम समस्त प्रशिक्षित सहायक शिक्षकगण, मुख्यमंत्री श्री साय एवं उनके मंत्रिमंडल से पुनः निवेदन करते हैं कि हमारी सेवा, सुरक्षा और समायोजन से संबंधित कार्यवाही को शीघ्र प्रारंभ किया जाए ताकि हम शिक्षा के क्षेत्र में पुनः समर्पित भाव से अपनी भूमिका निभा सकें।

बर्खास्त शिक्षकों में जगी पुनर्नियुक्ति की उम्मीद

बर्खास्त सहायक शिक्षकों ने कहा है कि, हमने लोकतांत्रिक प्रणाली में विश्वास रखते हुए पिछले चार महीनों से शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगों को सरकार तक पहुँचाया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि, छत्तीसगढ़ की जनकल्याणकारी सरकार इस विषय पर शीघ्र निर्णय लेकर हजारों प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों और उनके परिवारों को राहत प्रदान करेगी। बैठक में यह बात सामने आई कि सहायक शिक्षक (विज्ञान) के हजारों पद रिक्त हैं और इन्हीं पदों पर बर्खास्त शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति की जाने की संभावना है।

 

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